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हमीरपुर

यहां शिक्षामित्रों ने किया जमकर आंदोलन, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

शिक्षामित्रों का बीएसए कार्यालय में तीन दिवसीय सत्यग्रह के दुसरे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी है।

हमीरपुरAug 19, 2017 / 02:11 pm

आकांक्षा सिंह

shiksha mitra

हमीरपुर. सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रदद् होने और शासन द्वारा उनको सहायक अध्यापक पद पर बनाए रखने के लिए कोई पहल न किए जाने पर शिक्षामित्रों का बीएसए कार्यालय में तीन दिवसीय सत्यग्रह के दुसरे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा ।बीएसए कार्यालय परिसर तीन दिवसीय सत्यग्रह आंदोलन के दुसरे दिन शिक्षामित्रों ने कहा कि सरकार को सहायक अध्यापक बनाए रखने के लिए सदन में विधेयक लाना चाहिए। लेकिन सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद आश्वासन के बावजूद अभी तक कोई नीति सरकार द्वारा नही बनाई गई है।

 

शिक्षामित्रों ने नगर में जुलूस निकाला बीएसए कार्यालय से सैकड़ों की संख्या में शिक्षा मित्रों एक जुलूस की शक्ल में अस्पलात रॉड, किंग रोड, सुभाष बाजार रमेडी, विद्यामन्दिर स्कूल, आकिल तिराहा, होते हुए हमीरपुर के बस स्टैंड में जाम लगा दिया जाम के दौरान यूपी सरकार के विरुद्ध तरह तरह के नारेबाजी भी की गई घण्टों शिक्षा मित्रों के इस जाम में दोनों तरफ से यात्रियों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा भारी पुलिस फोर्स भी इस दौरान जुलूस के साथ रही अंत में एसडीएम सदर को के समझाने बुझाने के बाद सदर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा तब जाकर जाम खुल सका। इस दौरान कुछ महिला शिक्षामित्रों ने रोड किनारे खड़े एक युवक से अभद्रता भी की। धरना प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में शिक्षामित्र मौजूद रहे।


वहीं दूसरी तरफ हमीरपुर के मौदहा में भी शिक्षामित्रों के सत्यग्रह आंदोलन की वजह से प्राइमरी स्कूलों का शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। अर्तरा के कन्या प्राथमिक विद्यालय में हैण्डपम्प ठीक न कराए जाने के कारण पानी का संकट खड़ा है।


शिक्षामित्रों के सत्यग्रह आंदोलन की वजह से प्राइमरी स्कूलों। की बागडोर सिर्फ अध्यापक और प्रधानाध्यापकों के हाथों में है।जिससे शिक्षण कार्य भी प्रभावित है। उधर अर्तरा के कन्या प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रुबीना नाज ने बताया कि विद्यालय में 214 बच्चे पड़ते है। लेकिन विद्यालय में तैनात तीनों शिक्षामित्रों के नियमित न आने के कारण उन्हें अकेले ही पूरा स्कूल सम्भालना पड़ रहा है। विद्यालय परिसर में लगा हैण्डपम्प भी खराब है। जिससे स्थिति और बिगड़ गई है।

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