घटना को लेकर दिखा आक्रोश- मामले की जानकारी के बाद घटना स्थल पर लोग पहुंचने लगे। इस घटना के बारे में मृतक के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद ढाबां पुलिस चौकी से एएसआई विजेंद्र नेहरा, कांस्टेबल शाह रसूल और अन्य घटनास्थाल पर पहुंचे और आत्महत्या की विवेचना शुरू की। उधर मृतक के परिजनों ने शव उतारने और अस्पताल ले जाकर कार्रवाई करवाने से इंकार कर दिया। तो परिजनों में काफी आक्रोश भी दिखा।
रोजगार , शिक्षा सुधार और महिला सुरक्षा पर मंथन सुसाइड नोट मिला- मृतक के परिजनों की मानें तो इस मौत के लिए कुछ वकील और प्रोपर्टी डीलर जिम्मेदार हैं, और उनके खिलाफ कार्यवाई की मांग को लेकर आक्रोशित भी दिखें। जिसके काफी देर बाद विधायक और कुछ लोगों ने मृतक जोगेन्द्र सिंह परिजनों को समझाबूझा कर मामला शांत कराया और शव को पेड़ से उतरवाया गया। तो वहीं पुलिस को मृतक के कपड़ों की छानबीन करने के बाद उसमें कई पेजों का सुसाइड नोट बरामद हुआ। जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।
कई लोग पहुंचे घटना स्थल- जिसके बाद पुलिस ने शव को राजकीय अस्पताल में भिजवा दिया। और दोपहर पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है। परिजनों के हंगामे और मृतक के पास से सुसाइड नोट बरामद होने से मामला काफी हाईप्रोफाइल हो गया है। बता दें कि मृतक तीन शादीशुदा लड़कों का पिता है। इससे पहले घटना की जानकारी मिलते ही विधायक
कृष्ण कड़वा, किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष रणजीतसिंह बराड़, भाजपा देहात मंडल महामंत्री वीरेंद्र लांबा, देहात मंडल प्रभारी प्रमोद डेलू, एडवोकेट राजेंद्र खीचड़, खेल जिला प्रभारी प्रवेश स्वामी, भाजयुमो देहात अध्यक्ष सुरेंद्र तिवाड़ी, सरपंच के ससुर सुरेंद्र जाखड़, आईटी सेल जिला संयोजक प्रवीण ठाकर, नगर मंडल अध्यक्ष श्याम मित्तल, अल्प संख्यक मोर्चा जिला महामंत्री अमित खान और अन्य भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए थे।