दोस्ती में दिलाया था गोदाम, पड़ा भारी ( Hanumangarh News ) आबकारी पुलिस थाना निरीक्षक आशीष स्वामी ने बताया कि दो दिन के रिमांड दौरान आरोपी मनीष ने पूछताछ में कहा कि देसी मदिरा बनाने में काम आने वाला बरामद सामान वार्ड पांच निवासी मास्टर माइंड वेद प्रकाश उर्फ हैप्पी मरेजा पुत्र कौरचंद का है। उसकी तो सिर्फ उससे दोस्ती थी। जिसे अपने काम-धंधे के लिए एक गोदाम की जरुरत थी। जो उसे मिल नहीं रहा था। दोस्ती की खातिर उसने मिल्स में पड़े खाली गोदाम को किराए पर लेकर उसे उपयोग करने दे दिया। जिसमें हैप्पी ने ही साजो-सामान रखा और जरुरत अनुसार वह रात के अंधेरे में वाहन में सामान डालकर ले जाता था। जिसका उपयोग वह नकली देसी शराब बनाने में करता था, यह उसे बीते दिनों पुलिस रेड के बाद पता चला। जब हैप्पी के घर फैक्ट्री ( Fake Liquor Factory Busted ) पकड़ी गई। उसके नेटवर्क, सप्लायर व आपूर्ति या धंधे में शामिल लोगों के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। उसने तो सिर्फ गोदाम दिलाने में सहयोग किया, जो आज मंहगा पड़ गया, उसका इस धंधे से कोई सरोकार नहीं है, नाही उस दिन के बाद से संपर्क हुआ।
नोटिस करवाए तामील, हो रही तलाश स्वामी ने बताया कि आबकारी पुलिस ने मिल मालिक सुरेंद्र कुमार तथा मुख्य आरोपी हैप्पी के नाम जारी किए गए नोटिस भेजकर तामील करवाए हैं। फैक्ट्री मालिक से गोदाम किराए पर देने बाबत जरुरी किरायानामा व दस्तावेज मांगे गए हैं। दस्तावेज पेश नहीं पर आगामी कार्रवाई होगी। फिलहाल हैप्पी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दे रहे हैं। अब उसके दिल्ली में छुप कर रहने की सूचना मिली है। उम्मीद है वह जल्द गिरफ्त में होगा।
यूं था मामला उल्लेखनीय है कि मुखबिर की पुख्ता सूचना पर जिला आबकारी विभाग के नेतृत्व में आबकारी की गठित पुलिस टीम ने नकली मदिरा बनाने व खपाने की सूचना पर मंगलवार रात को मिल में बने गोदाम पर दबिश दी थी। जहां देशी मदिरा भरे जाने में प्रयुक्त गोल व चपटे पैंदे के एक लाख 140 प्लास्टिक पव्वे समेत स्प्रिंट की गंध से भरपूर बीस खाली ड्रम तथा एक जरीकन में अलग से निकाला हुआ दस लीटर स्प्रिट बरामद किया गया। तलाशी के दौरान गोदाम से ही एक प्लास्टिक थैली में देशी सादा मदिरा लिखे 660 लेबल तथा ड्रम से स्प्रिट निकालने वाली पंप मशीन भी बरामद हुई थी। मौके से आरोपी मनीष सिंधी को गिरफ्तार किया। जिसने पूछताछ में खुलासा किया कि वो होलसेल मार्केट में टाइल व सेनेटरी सामान बेचने का धंधा करता है। गोदाम की तो वह महज देखरेख करता था। इस अवैध धंधे की पूरी जानकारी मास्टर माइंड वेद प्रकाश मरेजा उर्फ हैप्पी को है। बरामद सामान संगरिया क्षेत्र में होने वाले पंचायत चुनावों में देशी शराब बनाकर खपाने के लिए लाया गया था, लेकिन चुनाव आगे होने से माल गोदाम में पड़ा था। इस पर मनीष सिंधी, हैप्पी मरेजा तथा मिल मालिक सुरेंद्र कुमार के खिलाफ मामला पंजीबद्ध हुआ। इससे पहले गणतंत्र दिवस को हैप्पी के वार्ड पांच स्थित घर से भारी मात्रा में साजो-सामान बरामद हुआ था।