पत्रिका ने उठाया मुद्दा, बनी धरतीपुत्रों की आवाज
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पत्रिका ने उठाया मुद्दा, बनी धरतीपुत्रों की आवाज
पत्रिका ने उठाया मुद्दा, बनी धरतीपुत्रों की आवाज
हनुमानगढ़. बारिश के बाद एफसीआई की ओर से अचानक गेहूं में चमक खत्म होने की दलील देकर खरीद बंद करने के बाद मंडियों में हालात बद से बदत्तर हो गए। लगातार आवक बढऩे के बावजूद सरकारी तंत्र मंडियों के हालात सुधारने को लेकर गंभीर नहीं हो रहा था। राजस्थान पत्रिका ने मंडियों में जाकर किसानों के दर्द को जाना। इस दौरान २० अप्रेल के अंक में ‘कुदरत के बाद अब सरकारी नियम बरपा रहा कहर’ शीर्षक से समाचार का प्रकाशन किया। किसानों की आवाज को प्रमुखता से उठाने पर सरकारी तंत्र इस समस्या को लेकर गंभीर हुआ। तथ्यात्मक रूप से समाचार प्रकाशन के बाद व्यापारी और किसान वर्ग भी जागरूक हुए। इस दौरान कलक्टर के साथ इस समस्या को लेकर वार्ता भी हुई। २२ अप्रेल को खाद्य विभाग जयपुर के निर्देश पर अफसर जिले की मंडियों में चमक को जांचने के लिए पहुंचे। उम्मीद है अब एक-दो दिनों में गेहूं में आ रही चमक की समस्या दूर हो जाएगी। इससे पूर्व सोमवार को आक्रोशित व्यापारियों व किसानों ने टाउन मंडी कार्यालय में तालाबंदी कर दी। जंक्शन में व्यापारियों ने मंडी समिति व कलक्ट्रेट का घेराव किया। शीघ्र गेहूं की सरकारी खरीद सुचारू नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।
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