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हनुमानगढ़

खरीद के बाद अब भुगतान में अफसरों के छूट रहे पसीने

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हनुमानगढ़May 10, 2019 / 05:41 pm

Purushottam Jha

rupee

खरीद के बाद अब भुगतान में अफसरों के छूट रहे पसीने


-उपज का उचित मूल्य नहीं मिलने से किसान हो रहे परेशान
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हनुमानगढ़. फसल बिकने के बावजूद व्यवस्थाओं की खामियों के चलते किसान भटकने को मजबूर हो रहे हैं। हालत यह है कि काफी संघर्ष के बाद मंडियों में समर्थन मूल्य पर गेहूं की सरकार खरीद शुरू हुई। इसके बाद किसानों को राहत मिलने की उम्मीद जगी थी। मगर अब उठाव के अभाव में भुगतान अटकने से किसान भटकने को मजबूर हो रहे हैं। जिले की स्थिति यह है कि गेहूं से ज्यादातर मंडियां अटी पड़ी है। लेकिन उठाव कार्य की कछुआ चाल के चक्कर में किसानों को उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। सरकार के नियम भी ऐसे पेचीदे हैं, जिसका खामियाजा धरतीपुत्र भुगतने को मजबूर हो रहे हैं। हनुमानगढ़ जिले की सभी १४ मंडियों में हो रही गेहूं की सरकारी खरीद के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। गेहूं की सरकारी खरीद की स्थिति यह है कि आठ मई तक भारतीय खाद्य निगम की ओर से 2,87,481.25 एमटी गेहूं की खरीद की जा चुकी है। इसमें 1,63,479 एमटी गेहूं का उठाव किया जा चुका है। शेष 1, 24, 002.25 एमटी गेहूं का उठाव शेष है। वहीं भुगतान के आंकड़ें तो और भी हैरान करने वाले हैं। अभी तक १३१९० किसानों से एफसीआई ने गेहूं खरीदी है। जबकि भुगतान महज ४८४० किसानों को ही किया गया है। यह स्थिति इस बात को बताने के लिए काफी है कि किसान हितों को लेकर सरकार कितनी गंभीर है।
कलक्टर जता चुके नाराजगी
मंडियों में गेहूं उठाव की सुस्त रफ्तार पर जिला कलक्टर जाकिर हुसैन नाराजगी जता चुके हैं। कलक्टर ने एफसीआई अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए गेहूं का उठाव जल्द करने व ४८ घंटे में भुगतान करने के निर्देश दिए हैं। खरीद के अनुपात में जब तक उठाव नहीं होता, तब तक किसानों को भुगतान नहीं करने का नियम है। सरकार के इस नियम के कारण किसान परेशान हो रहे हैं।
बादलों ने बढ़ाई बैचेनी
शुक्रवार शाम को बादलों ने किसानों की बेचैनी और बढ़ा दी। हजारों क्विंटल गेहूं खुले आसमान में पड़े होने के कारण किसान हैरान और परेशान हो रहे हैं। उठाव कार्य समय पर नहीं होने के कारण मंडियों में आगजनी की घटनाएं भी आए दिन हो रही है। इससे व्यापारी और किसान परेशान हो रहे हैं। जबकि एफसीआई अधिकारी अपने हिसाब से खरीद और उठाव कार्य करवा रहे हे हैं।

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