दमकल प्रभारी रामसिंह बगड़िया ने बताया कि अग्रि शमन दल ने करीब एक घंटे की मशक्कत से आग पर काबू पाया। टीवी, फ्रीज, कूलर, संदूक, बिस्तरे, डबल बैड, चारपाई, घरेलू सामान तथा कपड़े व कागजात आदि आग में स्वाहा हो गए। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि जब वे छत पर गए तो देखा कमरे में रखा सामान धू-धू कर जल रहा था। आग की लपटें कमरे के बाहर निकल रही थीं। यह देख मोहल्ले में हड़कंप मच गया। शोरशराबे पर तमाम मोहल्लेवासी भी मौके पर जमा हो गए। आग इतनी तेज थी कि कोई कमरे तक जाने का साहस नहीं जुटा पाया। उन्होंने आनन-फानन में पानी डालकर आग पर काबू करने का प्रयास किया। लेकिन तब तक आग की चपेट में गरीब का पूरा घर स्वाहा हो गया। आग बेकाबू होते देख घटना की सूचना थाने और फायर ब्रिगेड को दी गई।
‘हुण मैं की करां कख वी ना वच्या…. पीडि़ता गुड्डीदेवी व उसकी बेटियों की आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे। आस-पड़ौस की महिलाएं आकर उन्हें होनी के आगे हिम्मत ना हारने की बात कहते हुए सांत्वना दे रही थीं। पर गुड्डीदेवी तो अपने जले घर व सामान को देखकर बार-बार यही कहकर रोती रही कि अब वो क्या करे? उसके घर में सब कुछ खत्म हो गया। दीवाली पर सामान लाने के लिए मेहनत से जोड़कर रखे पांच हजार रुपए, बिस्तरे, टीवी, कपड़े, कुर्सी, अल्मारी, दस्तावेज व अन्य सामान राख हो गए । अन्न का एक दाना भी नहीं बचा। दीवारें व छतें तक फट गई। उसने प्रशासन से सहायता की गुहार लगाई है।