ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी, मृतक के परिवार को मुआवजा देने, मौके पर देरी से पहुंचने के कारण पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने, लोक परिवहन बसों का गांव मक्कासर से संचालन बंद करने आदि मांगों को लेकर फोरलेन मार्ग पर धरना लगाकर रोड जाम कर दी। उन्होंने किसान का शव भी मौके से नहीं उठाने दिया। धरने के चलते सड़क के दोनों तरफ लम्बा जाम लग गया। पुलिस ने यातायात सुचारू करवाने के लिए वैकल्पिक रास्तों से वाहनों को निकालना शुरू किया। जंक्शन थाना प्रभारी सतपाल बिश्नोई व तहसीलदार हरीश कुमार ने ग्रामीणों से समझाइश का प्रयास किया। बाद में एसडीएम दिव्या सरोज चौधरी व डीटीओ संजीव चौधरी मौके पर पहुंचे। वार्ता में पांच बिन्दुओं पर सहमति बनने पर करीब पौने तीन घंटे बाद धरना समाप्त कर जाम खोल दिया गया। इसके बाद पुलिस ने शव को जिला अस्पताल पहुंचाया। वहां दोपहर बाद पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।
यह था मामला
शुक्रवार सुबह करीब साढ़े दस बजे गांव मक्कासर निवासी बलकार सिंह (55) पुत्र सुखदेव सिंह साइकिल पर सवार होकर डबलीराठान की तरफ अपने खेत जा रहा था। जब वह पांच नम्बर गली के सामने फोरलेन पर पहुंचा तो पीछे से आई लोक परिवहन बस ने उसे कुचल दिया। बलकार सिंह ने मौके पर दम तोड़ दिया। घटना का पता लगते ही ग्रामीणों में रोष फैल गया। इस बीच मौका पाकर चालक व परिचालक वहां से फरार हो गए। बस में सवार ग्रामीणों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। ग्रामीणों का आरोप था कि हादसे के करीब पौने घंटे तक पुलिस व प्रशासन का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इससे नाराज ग्रामीणों ने बस में आग लगा दी तथा फोरलेन पर धरना शुरू कर दिया।