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हनुमानगढ़

पुलिस की वर्दी में आकर की थी जमीन के लिए हत्या, चार सगे भाइयों को उम्रकैद

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हनुमानगढ़Dec 15, 2018 / 11:47 am

adrish khan

life imprisonment for four brothers

पुलिस की वर्दी में आकर की थी जमीन के लिए हत्या, चार सगे भाइयों को उम्रकैद

पुलिस की वर्दी में आकर की थी जमीन के लिए हत्या, चार सगे भाइयों को उम्रकैद
– एडीजे द्वितीय हनुमानगढ़ का पौने पन्द्रह वर्ष पुराने मामले में फैसला
– कुल पांच को उम्र कैद, जमीन विवाद में की थी एक की हत्या
हनुमानगढ़. जमीन के विवाद को लेकर एक जने की हत्या करने के मामले में एडीजे द्वितीय सत्यपाल वर्मा ने पांच जनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। उन पर दस-दस हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया, जो अदा नहीं करने पर उनको एक-एक वर्ष का अतिरिक्त साधारण कारावास भुगतना होगा। मामला करीब पौने पन्द्रह वर्ष पुराना है। शुक्रवार को हत्या के दोषी करार दिए गए पांच जनों में से चार सगे भाई हैं। इस प्रकरण में दो जनों की कानूनी प्रक्रिया के दौरान मौत हो गई। इसलिए उनके खिलाफ कार्यवाही रोक दी गई थी।
राज्य सरकार की ओर से मामले की पैरवी करते हुए अपर लोक अभियोजक द्वितीय सुमन झोरड़ ने बताया कि 13 मार्च 2004 को पीलीबंगा थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया गया था। परिवादी बृजलाल शर्मा निवासी चक हुजूरीवाला, पीलीबंगा ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि उनकी ढाणी में कृषि भूमि है। उस पर उनके पिता मनीराम शर्मा व परिवार काश्त करता है। 12 मार्च की शाम खेत में परिवार के सदस्य कार्य कर रहे थे। तभी वहां गाडिय़ों में सवार होकर नब्बू खां व उसके पुत्र बशीर खां, सिकंदर खां, कुरशेद खां व जंगीर खां सभी निवासी चक नब्बूवाला, पीलीबंग, अनवर खां निवासी चक नब्बूवाला, रणवीर सिहाग पुत्र भागूराम सिहाग निवासी चक 18 एसपीडी आदि आए। आरोपितों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। बृजलाल शर्मा की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई। जबकि फायरिंग व मारपीट में चार जने घायल हो गए। पुलिस ने आरोपों के आधार कई जनों के खिलाफ हत्या, आम्र्स एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया। जांच कर आरोपितों के खिलाफ चालान पेश किया। इस दौरान आरोपित नब्बू खां व अनवर खां की मौत होने के कारण उनके खिलाफ कार्यवाही रोक दी गई। जबकि नब्बू खां के पुत्र बशीर खां, सिकंदर खां, कुरशेद खां व जंगीर खां तथा रणवीर सिहाग को दोषी करार देते हुए हत्या सहित विभिन्न धाराओं में सजा सुनाई गई।
पुलिस की वर्दी में आए
खेत में हमले के दौरान कई आरोपित पुलिस की वर्दी में थे। परिवादी ने पुलिस को बताया था कि पुलिस की वर्दी देखकर उनके मन से अनहोनी की आशंका दूर हो गई थी। इसी का फायदा उठाकर आरोपितों ने उन पर हमला कर पिता की हत्या कर दी तथा कई जनों को घायल कर दिया।
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