Video: कब होगा शहर कैटल फ्री, नगर परिषद गंभीर नहीं उल्लेखनीय है कि 26 जुलाई को कृषि विभाग को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में खरीफ 2017 के लिए सरकार की ओर से जारी विस्तृत निर्देश मिले। इसके बाद बीमा कंपनी के साथ स्थानीय स्तर पर बैठक हुई और बैंकों को प्रीमियम राशि जमा करवाने के लिए पाबंद किया गया। उधर प्रीमियम राशि बढऩे की सूचना मिलने पर किसान संगठन इसका विरोध करने लगे। इसके बाद जिला प्रशासन ने अब मामले की गंभीरता को देखते हुए कृषि आयुक्त को प्रस्ताव भेजकर प्रीमियम राशि कम करने की मांग से अवगत करवाया है। तीन गुणा बढ़ी राशि फसल बीमा के तहत खरीफ 2017 के लिए कपास में कृषक हिस्सा प्रीमियम 2578 रुपए प्रति हेक्टेयर निर्धारित है। इस वर्ष जिले में कपास की बिजाई काफी क्षेत्र में हुई है।
Video: तीस से साठ फीट चौड़ी हो गई सडक़ जबकि किसानों से प्रीमियम राशि के नाम पर तीन गुणा राशि वसूल की जा रही है। गत वर्ष कपास फसल पर बीमा कृषक प्रीमियम राशि महज 960 रुपए प्रति हेक्टेयर निर्धारित थी। इस वर्ष बीमा प्रीमियम राशि 2578 रुपए प्रति हेक्टेयर होने से किसान इसका विरोध कर रहे हैं। हो चुका नुकसान जिले में वर्ष 2015-16 में नरमा-कपास की फसल को 30 प्रतिशत नुकसान हो चुका है। विभागीय अधिकारियों को इस बार भी वही डर सता रहा है। हनुमानगढ़ जिले में गत बरस 160822 हेक्टेयर की तुलना में इस बरस 169470 हेक्टेयर में नरमा-कपास की बिजाई के बाद कृषि अधिकारी अच्छी पैदावार के लिए किसानों को जागरूक कर रहे हैं। इस वर्ष फसल की बढ़वार को देखते हुए 22 से 25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर कपास उत्पादन का अनुमान है।