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हनुमानगढ़

चुनावी बाजी जीते, तंत्र के आगे हारे

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हनुमानगढ़. चुनावी बाजी जीतने के बाद अब नव निर्वाचित अध्यक्ष नहरी तंत्र के आगे हार मानने को मजबूर हो रहे है। कई अध्यक्ष रिकॉर्ड सहित चार्ज लेने के लिए लगातार जल संसाधन विभाग कार्यालय के चक्कर निकाल रहे हैं। लेकिन जल संसाधन विभाग के संबंधित अधिकारी व कर्मचारी चार्ज देने में टालमटोल कर रहे हैं।
 

हनुमानगढ़Nov 14, 2019 / 11:30 am

Purushottam Jha

चुनावी बाजी जीते, तंत्र के आगे हारे

चुनावी बाजी जीते, तंत्र के आगे हारे


-जल संसाधन विभाग में ४१ बीके अध्यक्षों के निर्वाचन का मामला
-टालमटोल पर एक्सईएन ने अब वेतन रोकने की दी चेतावनी
हनुमानगढ़. चुनावी बाजी जीतने के बाद अब नव निर्वाचित अध्यक्ष नहरी तंत्र के आगे हार मानने को मजबूर हो रहे है। कई अध्यक्ष रिकॉर्ड सहित चार्ज लेने के लिए लगातार जल संसाधन विभाग कार्यालय के चक्कर निकाल रहे हैं। लेकिन जल संसाधन विभाग के संबंधित अधिकारी व कर्मचारी चार्ज देने में टालमटोल कर रहे हैं। इससे नव निर्वाचित अध्यक्षों को वह अधिकार नहीं मिल पा रहा, जिसके लिए उन्होंने चुनाव लड़ा था। जायका की ओर से सभी नहरों में जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों के चुनाव करवाए जाने की शर्त रखने पर जल संसाधन विभाग की ओर से अधिसूचना जारी करके १५, १८,२१ व २३ सितम्बर २०१९ को कुल ४१ बीके अध्यक्षों के निर्वाचन को लेकर मतदान करवाए गए थे। इसके बाद नियमानुसार संबंधित खंड के सहायक अभियंताओं को निर्वाचित अध्यक्षों को चार्ज देने की प्रक्रिया पूर्ण करवानी थी। लेकिन अभी तक कई जगह नव निर्वाचित अध्यक्षों को चार्ज देने की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है।
इसके साथ ही नव निर्वाचित अध्यक्षों को पानी की बारी लगाने, बजट प्रबंधन सहित अन्य कार्य को लेकर किसी तरह की ट्रेनिंग भी विभाग स्तर पर नहीं दी गई है। ताजा स्थिति पर गौर करें तो जल संसाधन खंड द्वितीय में खारा प्रणाली खंड के नहरों में हुए १६ में से १० अध्यक्षों को चार्ज सौंप दिया गया है। इसी तरह पीलीबंगा खंड में १६ में १६ जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों को चार्ज दे दिया गया है। जबकि घग्घर खंड के ०९ जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों का निर्वाचन होने के बाद भी इनमें से एक अध्यक्ष को भी चार्ज नहीं दिया गया है।
अब जल संसाधन खंड के एक्सईएन ने सहायक अभियंताओं को इस बात के लिए पाबंद किया है कि जिन पटवारियों की लापरवाही के कारण अभी तक नव निर्वाचित अध्यक्षों को चार्ज नहीं दिया गया है, उनको संबंधित सहायक अभियंता तत्काल प्रभाव से नोटिस जारी करें। साथ ही १८ नवम्बर तक हर हाल में वंचित नहर अध्यक्षों को चार्ज दिलाने को लेकर पाबंद किया है। तय समय अवधि में अध्यक्षों को चार्ज नहीं सौंपने वाले पटवारियों का वेतन रोकने की चेतावनी भी एक्सईएन ने दी है।
कुल ७५ बीके में विभाजन
भाखड़ा खंड द्वितीय की नहरों को कुल ७५ बीके में विभक्त किया गया है। इसमें अभी तक ७१ बीके में जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं। जबकि चार बीके में चुनाव करवाने शेष हैं। इनमें एफटीजी यानी फतेहगढ़ माइनर में बीके १७२ व घग्घर सब ब्रांच की बीके १५१, १५२ व १५३ में चुनाव करवाने की तैयारी में जल संसाधन विभाग के अधिकारी जुटे हुए हैं। भाखड़ा खंड द्वितीय कार्यालय की बात करें तो इसके अधीन ४९ कच्ची नहरों से कुल २७७ चक जुड़े हुए हैं। इसमें घग्घर डिविजन के ४७, खारा के १२५ व पीलीबंगा डिविजन के १०५ चक शामिल हैं। इन चकों से ७० हजार से किसान जुड़े हैं।
नहीं करनी पड़ेगी हाथाजोड़ी
जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों का चुनाव होने के बावजूद नव निर्वाचित अध्यक्षों को रिकॉर्ड के अलावा चार्ज नहीं दिया गया है। इसके कारण नहरों के संचालन का काम अभी तक अधिकारी व कर्मचारी ही कर रहे हैं। लेकिन चार्ज मिलने के बाद इनका संचालन किसानों के हाथ चला जाएगा। इसके बाद पानी की बारी बांधना, पर्ची बनाना, खाले-नक्के स्वीकृत करना, नहरों की सफाई व सार-संभाल आदि कार्य नहर अध्यक्ष करवा सकेंगे। राजस्थान सिंचाई प्रबंधन में कृषकों की सहभागिता अधिनियम २००० के तहत किसानों को नहर संचालन संबंधी समस्त अधिकार दिए गए हैं। वर्तमान में इन कामों के लिए किसानों को अफसरों के आगे हाथाजोड़ी करनी पड़ती है। लेकिन जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों को चार्ज मिलने के बाद उनके काम संबंधित नहर क्षेत्र में ही होने लगेंगे।
नव निर्वाचित अध्यक्षों पर नजर
भाखड़ा खंड द्वितीय के अधीन नहरों में १५, १८,२१ व २३ सितम्बर २०१९ को कुल ४१ बीके अध्यक्षों का निर्वाचन किया गया। इसमें सूरतगढ़ वितरिका सादुलब्रांच में बीके १३१ से बलतेज सिंह, १३२ से मोहम्मद मंशा, १३३ से बिमला, १३४ से मोहम्मद रफी, १३५ से रमेश कुमार, १३६ से जोगेंद्र सिंह, १३७ से किशोर सिंह शेखावत, १३८ से कीमत सिंह, १३९ से गुरतेज सिंह, १४० से फकीर सिंह, पीलीबंगा, संघर, सरदारगढ, करणीसर माइनर वितरिका के बीके १४१ से भागीरथ, १४२ से संजय कुमार, १४३ से रामसिंह, १४४ से शंकरलाल, १४५ से विजय सिंह, १४६ से श्रवण कुमार, १४७ से हरजिंदर सिंह, १४८ से रामचंद्र, १४९ से मांगीलाल, १५० से दौलाराम, किशनपुरा वितरिका के बीके १५६ से स्वराज सिंह, १५७ से गुरदीप सिंह, १५८ से राजेंद्र कुमार, १५९ से पवन कुमार, १६० से मोहनलाल, हनुमानगढ़ वितरिका के बीके १६१ से रणजीत सिंह, १६२ से मोहम्मद असलम, १६३ से लक्ष्मीनारायण जांगू, १६४ से दौलतराम सिल्लू, १६५ से जगदीश, १६६ से लालचंद सहाराण, साबुआना, खारा सब ब्रांच नगराना वितरिका में बीके १६७ से इंद्राज कुमार, १६८ से कृष्णलाल, १६९ से विनोद कुमार, १७० से राधेराम, १७१ से रविंद्र कुमार, चंदूरवाली फतेहपुरा, दौलतपुरा, मानकसर वितरिका में बीके ६८ से दर्शन सिंह, ६९ से मुरारीलाल, ७० से कुदरत अली, ७१ से सुरेंद्र कुमार, ७३ से पवन कुमार व ७४ से हरदयाल राम निर्वाचित हुए हैं।
…………वर्जन…………..
वेतन रोकने का निर्देश
सितम्बर २०१९ में जिन जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों के चुनाव हुए थे, उनको अभी तक रिकॉर्ड व चार्ज नहीं सौंपने का मामला गंभीर है। संबंधित सहायक अभियंताओं को इस बात के लिए पाबंद कर दिया गया है कि वह चार्ज देने में टालमटोल करने वाले पटवारियों को तत्काल प्रभाव से नोटिस जारी करें। साथ ही यह निर्देश भी दिया गया है कि संबंधित सहायक अभियंता ऐसे पटवारियों का वेतन रोकने की कार्रवाई भी करें।
रामहंस सैनी, एक्सईएन, जल संसाधन खंड द्वितीय हनुमानगढ़

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