चारखेड़ा-खिडक़ीवाला गांव के बीच में हाईवे पर आनेवाला यह मोड़ बेहद खतरनाक है। हाईवे होने के कारण वाहन प्राय: यहां से तेजी से गुजरते हैं और ऐसे में मोड़ पर हादसे का खतरा और बढ़ जाता है। यहां अधिकांश हादसों में वाहनों की आमने-सामने की भिड़ंत हुई जिनमें बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए। सन 2016 में यहां सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं हुई। इन वाहन दुर्घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई और 6 लोग बुरी तरह घायल हुए। वहीं 2017 में भी यहां हादसों का क्रम जारी रहा। इस साल यहां हुए हादसों में 2 लोगों की मौत हो गई तथा 5 लोग घायल हुए। 2018 में भी कई हादसे हुए और इस साल भी अभी तक यहां 3 वाहन हादसे हो चुके हैं।
सालों से हो रहे हादसों और इनमें लोगों की जान जाने के बाद भी मोड़ को सीधा करने के प्रयास अभी तक शुरू नहीं किए गए हैं। पुलिस ने यहां दुर्घटना संभावित क्षेत्र का बोर्ड जरूर लगा दिया है। इस बोर्ड में हादसों का जिक्र करते हुए लोगों को चेताया जाता है। टिमरनी थाना प्रभारी सतीश काकोडिया का कहना है कि थाना क्षेत्र में एक ही ब्लेक स्पाट है। यहां बोर्ड लगाकर वाहन चालकों को चेताया जा रहा है।