आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए सभी चरणों का मतदान संपन्न होने के बाद तमाम संस्थानों द्वारा एग्जिट पोल सर्वे जारी किए गए जिसमें जो कयास लगाकर के संभावित परिणाम बताए गए हैं उससे कहीं न कही प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ा दी। इन कयासों से जहां भाजपा प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित मान रहे है लेकिन संभावित कयासों को लेकर सपा बसपा गठबंधन प्रत्याशी से लेकर कांग्रेस के खेमे में बेचैनी के साथ ही अटकलों को सही नहीं माना जा रहा है।
आपको याद होगा कि हरदोई लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश और सपा – बसपा के प्रत्याशी उषा वर्मा के बीच सीधा मुकाबला हुआ है। यहां कांग्रेस लड़ाई में नहीं रही है और भाजपा और सपा बसपा के प्रत्याशियों के बीच हुए सीधे मुकाबले में अगर कयास को ही सही माना जाए तो भाजपा प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित नजर आ रही है। हरदोई सीट पर चौथे चरण में ही मतदान 27 अप्रैल को संपन्न हो गया था और तभी से ही भाजपा और भाजपा के खेमे के लोग भाजपा प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित मानते है लेकिन सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशी और सपा बसपा के वोट आधार और गत चुनाव के आंकड़े अपनी जीत मानते है। एग्जिट पोल के कयासों के बीच रिजल्ट को लेकर बेचैनी बढ़ती नजर आ रही है।
अब लोगों को 23 मई के दिन का इंतजार है जिस दिन पता चलेगा कि क्या रिजल्ट है क्योंकि लोगों को उम्मीद मतगणना से लगी हुई है। जाहिर सी बात है जैसे जैसे मतगणना का दिन नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे बेसब्री भी बढ़ती जा रही है और लोगों को चुनाव परिणाम का बेसब्री से इंतजार है।