खेती- किसानी से चलाता था घर
बताया गया है कि अरवल थाने के मनोहरपुर चौसार निवासी खेती- किसानी करने वाला 40 वर्षीय रामभरोसे पुत्र सियाराम अपनी पत्नी के अलावा तीन बेटों और चार बेटियों का पेट पाल रहा था। राम भरोसे को कुछ दिनों से खांसी-बुखार आ रहा था। उसके छोटे भाई ओमकार ने बताया कि वह चौंसार की बाज़ार में दवाखाना खोले बैठे सुनील कटियार के पास दवा लेने पहुंचा। सुनील ने उसे इंजेक्शन लगाया और दवा दी। उसके कुछ ही देर बाद एकाएक तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई, उसके घर वाले कुछ समझ पाते, उससे पहले ही मरीज रामभरोसे के हाथ-पांव ठंडे पड़ गए। यह भी पढ़ें