कोकीन कैसे करता है दिमाग को हाईजैक? How does cocaine hijack the brain?
मेडिकल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैरोलिना (MUSC) के वैज्ञानिकों की एक टीम ने यह खुलासा किया है कि कोकीन (Cocaine) कैसे मस्तिष्क में एक विशेष
प्रोटीन को सक्रिय कर देता है, जो सामान्य मस्तिष्क तंत्र को हाईजैक कर देता है और मादक पदार्थ लेने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देता है। यह खोज ‘नेचर कम्युनिकेशंस’ में प्रकाशित एक लेख में विस्तृत की गई है, जो दिमाग और मादक पदार्थों के बीच के संबंधों को समझने में अहम है।
NPAS4: दिमाग में मादक पदार्थ की आदत के लिए ज़िम्मेदार प्रोटीन NPAS4: The protein in the brain responsible for drug addiction
MUSC की टीम ने मस्तिष्क के एक छोटे से हिस्से, न्युक्लियस अक्यूम्बन्स, पर ध्यान केंद्रित किया, जो प्रेरणा और इनाम से जुड़े सीखने को नियंत्रित करता है। उन्होंने पाया कि कोकीन (Cocaine) के संपर्क में आने पर NPAS4 नामक प्रोटीन की गतिविधि में वृद्धि होती है। यह प्रोटीन दिमाग की कोशिकाओं को उत्तेजना पर प्रतिक्रिया देने में मदद करता है, जो मादक पदार्थों के प्रभाव में और भी बढ़ जाती है।
मादक पदार्थों की लत को और गहरा बनाने वाली खोज Discovery that makes drug addiction even more severe
अध्ययन में यह पाया गया कि D2 डोपामाइन रिसेप्टर वाले न्यूरॉन्स में NPAS4 की भूमिका मादक पदार्थों की लत को बढ़ाने में महत्वपूर्ण है। जबकि D2 न्यूरॉन्स सामान्य रूप से मादक पदार्थ लेने की प्रवृत्ति पर ब्रेक का काम करते हैं, NPAS4 इस ब्रेक को कमजोर कर देता है और मादक पदार्थों से जुड़े संदर्भों की यादों को मजबूत कर देता है, जिससे पुनः लत लगने की संभावना बढ़ जाती है।
रिलेप्स के खतरे को कम करने की दिशा में नई उम्मीद New hope in reducing risk of relapse
इस खोज से यह समझने में मदद मिल सकती है कि NPAS4 किस प्रकार से मस्तिष्क पर प्रभाव डालता है और यह कैसे मादक पदार्थों के खिलाफ दिमाग की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है। अगर इस प्रोटीन के कार्यप्रणाली को समझकर इसे नियंत्रित करने का तरीका ढूंढ़ा जा सके, तो पुनः लत लगने के खतरे को कम करने के लिए नई चिकित्सीय तकनीकों का विकास संभव हो सकता है।