हर साल 22 से 29 अप्रैल को विश्व प्राथमिक इम्यूनोडिफीसिअन्सी सप्ताह (World Primary Immunodeficiency Week) मनाया जाता है. इसका उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करना है. यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और बच्चे बार-बार बीमार पड़ते हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि जागरूकता की कमी और इलाज की सुविधाओं के अभाव में ये बीमारी तेजी से बढ़ रही है. साथ ही, रिश््तेदारी में शादी (consanguineous marriages) करने वाली कम्युनिटीज में यह बीमारी ज्यादा देखने को मिलती है.
अगर आपका बच्चा बार-बार बीमार पड़ता है और उसे बार-बार एंटीबायोटिक दवाओं की जरूरत पड़ती है, तो यह इस बीमारी का संकेत हो सकता है. ऐसी स्थिति में डॉक्टर से जरूर संपर्क करें. जल्दी पता चलने पर इसका इलाज किया जा सकता है.