सिंथेटिक दूध स्वाद में कड़वा लगता है
उंगलियों के बीच रगड़ने पर साबुन जैसा चिकनापन लगता है.
गर्म करने पर पीला पड़ जाता है | 2. पानी की मिलावट कैसे पहचानें
दूध की बूंद को चिकनी सतह पर गिराएं।
अगर बूंद धीरे बहे और सफेद निशान छोड़े तो शुद्ध दूध है।
मिलावटी दूध की बूंद बिना निशान छोड़े तेजी से बह जाएगी ।
आयोडीन की कुछ बूंदें दूध में मिलाएं मिलाने पर मिश्रण का रंग नीला हो जाएगा | 4. दूध में डिटर्जेंट की पहचान
दूध की 5-10 मिलीग्राम मात्रा टेस्ट-ट्यूब में लेकर जोर से हिलाएं
अगर इसमें झाग बनने लगें तो समझ लीजिए इसमें डिटर्जेंट की मिलावट की गई है |
एक कंटेनर में थोड़ा सा दूध ले इसके अंदर एक चम्मच अरहर का पाउडर या सोयाबीन का पाउडर अच्छे से मिलाएं और 5 मिनट तक इसे स्थिर होने के लिए छोड़ दें। इसके अंदर लिटमस पेपर डुबाएं अगर कागज का रंग नीला हो जाता है तो समझ जाइए कि दूध में यूरिया मौजूद है।
मिलीलीटर दूध में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कुछ बूंदें डालें अब इसमें एक चम्मच चीनी मिला दें अगर दूध का रंग लाल हो जाता है तो इससे यह साबित होता है कि दूध में वनस्पति मिलाई गई है
हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि लगातार सिंथेटिक दूध पीने से कैंसर हो सकता है | दूध में कैल्शियम होता है लेकिन सिंथेटिक दूध बनने पर इसका रिएक्शन उल्टा हो सकता है |इससे हड्डियां मजबूत नहीं होंगी जबकि केमिकल से आंतों लीवर को नुकसान पहुंचेगा | खासकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं में सबसे ज्यादा इसका बुरा असर होगा