चावल में होते है हानिकारक आर्सेनिक-पेस्टीसाइड्स चावल में इंडस्ट्री से निकलने वाले जहरीले केमिकल्स और खेती में डाले जाने वाले पेस्टिसाइड्स होते हैं। जो हमारी फूड चेन में पहुंचकर गंभीर बीमारियों की वजह बन सकते हैं। वहीं, इंग्लैंड की क्वीन्स यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च के मुताबिक, इंडस्ट्रीज का आर्सेनिक और मिट्टी में पेस्टीसाइड्स लाखों लोगों में कैंसर और हार्ट जैसी बीमारी का खतरा बन रहे हैं। रिसर्च में सामने आया था कि चावलों को बनाने से पहले अगर रातभर भिगोकर रख दिया जाए तो, इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
चावल बनाने के तरीकों पर किया गया टेस्ट अक्सर लोग चावलों को बनाने से पहले धोकर साफ कर लेते है या बनाने से पहले कुछ देर के लिए भिगोकर रख देते है। वहीं, रिसर्च में चावल बनाने के तीन तरीकों को टेस्ट किया गया। पहले में चावल थोड़े पानी में बनाए गए, जिसमें पानी भाव बनकर उड़ गया। वहीं, दूसरे में ज्यादा पानी डालकर चावल बनाए गए। चावल बनने के बाद बचा पानी निकाल दिया गया। इस तरह पकाने से चावलों में मौजूद आर्सेनिक की मात्रा आधी रह गई।
ये है चावल बनाने का सबसे अच्छा तरीका वहीं, तीसरे तरीके में चावल को रातभर भिगाकर रखा गया। इस तरीके में चावल में घुले जहरीले पदार्थों की मात्रा 80 फीसदी तक कम हो गई थी। रिसर्च में नतीजा निकला कि चावल पकाने के तरीके से इसमें मिले टॉक्सिन्स की मात्रा को कम किया जा सकता है। अगर आप रातभर नहीं भिगोकर रख सकते तो, कम से 3-4 घंटे चावल को जरूर भिगाएं।