COVID-19: महाराष्ट्र में पहली बार कोरोना संक्रमण की दर देश की तुलना में हुई कम
देश में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित वाले राज्य महाराष्ट्र के लिए राहत की खबर है। महाराष्ट्र के सात-दिवसीय मिश्रित दैनिक विकास दर (कम्पाउंड डेली ग्रोथ रेट या CDGR) लगातार तीन दिनों से राष्ट्रीय औसत से नीचे बनी हुई है। मंगलवार को देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 2 लाख का आंकड़ा पार कर गया। तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच लगभग दो महीनों में पहली बार महाराष्ट्र में संक्रमण की वृद्धि दर में पूरे देश की तुलना में गिरावट आई है। गिरावट की यह दर भले ही संक्रमण के व्यापक प्रसार के आगे बहुत कम लगे लेकिन वर्तमान समय में यह बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। क्योंकि महाराष्ट्र में अभी दो सप्ताह से भी अधिक की दर से संक्रमण के मामलों में गिरावट आ रही है। क्योंकि महाराष्ट्र में अकेले ही देश के एक तिहाई से अधिक संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं। इसने राष्ट्रीय विकास दर को भी धीमा कर दिया है।
गौरतलब है कि 1 जून को महाराष्ट्र का सात दिवसीय सीडीजीआर 4.15 प्रतिशत था, जबकि पूरे देश में यह 4.74 प्रतिशत था। परिणामस्वरूप महाराष्ट्र में मामलों के पुन: दोहराव (डबलिंग टाइम) का समय औसतन 17.35 दिन है। जबकि शेष भारत में यह समय करीब 15.18 दिनों का है। मई के मध्य में ही महाराष्ट्र में संक्रमण प्रतिदिन 6.5 से 7 प्रतिशत की दर के बीच बढ़ रहा था। जबकि उस समय राष्ट्रीय विकास दर इससे लगभग एक प्रतिशत कम थी। तब से दोनों विकास दरों में लगातार कमी आ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यही चलन बना रहता है तो राष्ट्रीय स्तर पर संक्रमण की विकास दर में और गिरावट आ सकती है। हालांकि, इसका यह मतलब यह नहीं होगा कि प्रतिदिन सामने आने वाले संक्रमण के मामलों में कमी आ गई है, इसका अर्थ होगा कि संक्रमण की संख्या तो बढ़ेगी लेकिन धीमी दर से बढ़ेगी।
वहीँ शुक्रवार को महाराष्ट्र में एक दिन में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 139 पहुंच गया जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इससे पहले बुधवार को कोरोना से एक दिन में 122 लोगों की जान चली गयी थी।
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