इस डाइट से ऑस्टियोपोरोसिस यानी हड्डियों की कमजोरी, प्री व पोस्ट मेनोपॉज, मानसिक अवसाद, तनाव और चिड़चिड़ापन आदि परेशानियों से राहत मिलती है। इसमें कैलोरी कम होती है जिससे हृदय और हार्मोन से जुड़ी बीमारियां, डायबिटीज, कैंसर और क्रॉनिक डिजीज का खतरा कम होता है।
ऐसे समझें क्या है मेडिटेरियन डाइट
मेडिटेरियन डाइट, मेडिटेरेनियन देशों का आहार है जो उत्तरी अफ्रीका, यूरोप, अनातोलिया तथा मध्य पूर्व के बीच स्थित है। इसमें दो-चौथाई ताजे फल-सब्जियां, एक चौथाई अनाज और एक चौथाई प्रोटीन वाली चीजें होती हैं। इसमें उबली और कम ऑलिव ऑयल वाली चीजें खाते हैं। साथ ही इसमें 45 मिनट का व्यायाम जैसे टहलना, साइक्लिंग, स्वीमिंग आदि शामिल है। महिला को सोशल होना जरूरी है। साथ में मानसिक खेल जैसे सूडोको, चेस भी कम से कम आधा घंटा खेलना होता है।
एक कटोरी अंकुरित अनाज जरूर खाएं
नियमित हल्का व्यायाम और योगासन करें। संतुलित, कम वसायुक्त, रेशेदार भोजन खाएं। ओमेगा-3 युक्त आहार जैसे अलसी, अंडे, चिया सीड्स, सूखे मेवों और फिश को डाइट का हिस्सा बनाएं। महिलाएं रोज 60 ग्राम सोयाबीन के उत्पाद लें। एक कटोरी अंकुरित दालें खाएं। इसमें प्रोटीन अधिक होता है। 7-8 घंटे की नींद जरूरी है। अनिद्रा से भी हार्मोन असंतुलन होता है। भरपूर पानी पिएं। अल्कोहल से दूर रहें।