– इससे किडनी खराब होने का खतरा भी बढ़ रहा है.
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क्यों हो रहा है ऐसा?
यह धीरे-धीरे किडनी की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे वे अपना काम ठीक से नहीं कर पातीं.
यही स्थिति आगे चलकर क्रॉनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) का रूप ले लेती है.
क्या है बचाव?
– डॉक्टर की सलाह पर दवाएं लें और अपनी जीवनशैली में सुधार लाएं.
– नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और तनावमुक्त रहना भी जरूरी है.
चिकित्सक का कहना है
– इसलिए युवाओं को भी अपने ब्लड प्रेशर पर ध्यान देना चाहिए.
कैसे करें बचाव? हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure), डायबिटीज, धूम्रपान, शराब, पानी की कमी, व्यायाम की कमी, तनाव और अस्वस्थ खानपान से बचें.
शुरुआती लक्षण
– भूख कम लगना
– जी मिचलाना और उल्टी आना
– पैरों या चेहरे में सूजन