जानिए क्या हर बार पेशाब का रंग बदलना बीमारी का संकेत और क्या है बचाव के उपाय
नई दिल्लीPublished: Dec 26, 2021 08:34:33 pm
आजकल गलत खान-पान की वजह से इसका असर हमारे सेहत पर भी पड़ता है । इसी में से एक है यूरिन का रंग बदलना । यूरिन का रंग कई बीमारियों का संकेत हो सकता है लेकिन कुछ लोगों को अक्सर इस बात की चिंता रहती है कि यूरिन का रंग बदलने से बीमारी निश्चित है। मायोक्लिनिक वेबसाइट के मुताबिक ऐसा भी नहीं है कि हर बार अगर यूरिन का कलर बदले तो वह बीमारी के ही संकेत हैं। पिग्मेंट और कई तरह के फूड्स से प्राप्त केमिकल भी यूरिन के कलर को चेंज करने के लिए जिम्मेदार होते है।


Urine colour sign
नई दिल्ली : आयुर्वेद के अनुसार बार-बार पेशाब आने की समस्या शरीर में कफ ओर वात के असंतुलन के कारण होता है। पेशाब में समस्या है यह बात समझने के लिए उसके रंग के बारे में सही ज्ञान होना पहले ज़रूरी होता है क्योंकि यह गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। पेशाब का रंग हल्का पीला होना सामान्य बात है और इसका मतलब है कि आप स्वस्थ हैं। लेकिन अलग-अलग परिस्थितियों में शरीर अलग प्रतिक्रियाएं देता है जो पेशाब के रंग के आधार पर जाना जा सकता है। पेशाब के रंग में किस तरह का बदलाव नजर आता है यह बेहद महत्वपूर्ण है। चुकंदर बैरीज बींस आदि कई ऐसी चीजें हैं जिनके खाने से यूरिन का कलर बदल सकता है। कुछ ऐसी दवाइयां भी हैं जिनके इस्तेमाल से यूरिन का कलर यैलो रेड या ग्रीनिश ब्लू हो सकते हैं लेकिन अगर यूरिन के कलर में असामान्य बदलाव हो तो यह किसी बीमारी के संकेत हो सकते हैं। लिवर किडनी और डायबिटीज जैसी बीमारियों का पता लगाने के लिए यूरिन टेस्ट किया ही जाता है। साथ ही इसके जरिये यूरिनरी ट्रैक्ट की समस्या का भी पता लगाया जा सकता है।