एमपॉक्स (Mpox) का इस तरह फैलना पूरे भारत में एक चिंता का विषय बन गया है। 2022 में जिस तरह इसका प्रकोप देखने को मिला था उसके बाद पूरे विश्व इसको लेकर चिंताए बढ़ गई हैं। प्रारंभ में, उन देशों में मामले सामने आए जहां यह रोग स्थानिक नहीं था, जो तेजी से वैश्विक स्तर पर बढ़ गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने Mpox को लेकर 121 देशों में 103,429 पुष्ट एमपॉक्स मामलों और 225 मौतों की सूचना दी।
एमपॉक्स को लेकर क्या है भारत रवैया What is India’s attitude towards mpox?
भारत में एमपॉक्स (Mpox) का पहला मामला जुलाई 2022 में देखने को मिला था। तब से भारत इसको लेकर सतर्क दिखाई दे रहा है। भारत ने अपने सभी हवाई अड्डों और बंदरगाहों जैसे प्रवेश बिंदुओं पर निगरानी को बढ़ा दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जब से इसको अंतर्राष्ट्रीय बीमारी घोषित किया है भारत ने इसको लेकर अपना रवैया बदल लिया है प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पीके मिश्रा ने देश की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें त्वरित पहचान और परीक्षण प्रयोगशालाओं की तत्परता के लिए निगरानी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। भारत ने अपने तर्ज पर इसकी सर्तकता को लेकर लोगों को बचाव के उपायों के बारे में जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया। सरकार ने समय पर निदान और प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए देशभर में 32 परीक्षण प्रयोगशालाएँ भी स्थापित की हैं।
राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफ़दरजंग अस्पताल और नई दिल्ली में लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज सहित नामित अस्पतालों को संभावित मामलों से निपटने के लिए तैयार किया गया है। स्वास्थ्य कर्मियों ने मामलों की पहचान और प्रबंधन में सुधार के लिए प्रशिक्षण सत्र में भाग लिया है, सरकार ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रारंभिक पहचान और अलगाव के महत्व पर जोर दिया है।
भारत में एमपॉक्स के अब तक 30 मामले So far 30 cases of mpox have been reported in India
भारत में एमपॉक्स (Mpox) के 2022 से अब तक 30 मामले देखने को मिले है। भारत में एमपॉक्स का आखिरी मामला मार्च 2024 में देखने को मिला था। अगस्त 2024 तक, भारत ने मार्च के बाद से किसी भी नए एमपॉक्स मामले की सूचना नहीं दी है, लेकिन सरकार स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रही है। एक मजबूत निगरानी प्रणाली और किसी भी संभावित खतरे का जवाब देने की तत्परता के साथ, भारत एमपॉक्स द्वारा उत्पन्न भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है।