‘प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस’ पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन में बताया गया है कि ऐसे में यदि कोई नया जीन विकसित नहीं हुआ तो पुरुष प्रजाति ही विलुप्त हो सकती है। शोध में बताया, पहले पूर्वी यूरोप के मोल वोल और जापान के स्पाइनी चूहों की प्रजाति वाई क्रोमोसोम (Y Chromosome) खो चुकी हैं। हालांकि राहत की बात ये है कि यह प्रजाति अभी मौजूद है।
क्या है वाई क्रोमोसोम What is the Y Chromosome
वाई क्रोमोसोम (Y Chromosome) एक प्रकार का गुणसूत्र होता है, जो पुरुषों के लिंग निर्धारण में अहम भूमिका निभाता है। यह पुरुषों के शरीर में होता है और एक पुरुष की जीन संरचना में यह एक्स क्रोमोसोम (X Chromosome) के साथ काम करता है। वाइ क्रोमोसोम से पुरुषों में विशेष लक्षण और शारीरिक विशेषताएं विकसित होती हैं। महिलाओं में दो एक्स क्रोमोसोम होते हैं, जबकि पुरुष के शरीर में एक एक्स और एक वाई क्रोमोसोम होता है।
इसलिए है वैज्ञानिकों में चिंता
इंसानों और प्लैटिपस के अलग होने के बाद से 166 मिलियन वर्षों में वाई क्रोमोसोम (Y Chromosome) ने बड़ी संख्या में सक्रिय जीन खो दिए हैं। इसमें एक्स 900, जबकि वाई 55 बचे हैं। अगर यही सिलसिला रहा, तो अगले 11 मिलियन वर्षों में वाई क्रोमोसोम पूरी तरह से गायब हो सकता है। इस बीच कुछ वैज्ञानिकों का अनुमान है कि वाई क्रोमोसोम अनिश्चित काल तक चलेगा, जबकि कुछ मानते हैं, यह कुछ हजार वर्षों में गायब हो जाएगा।