कभी-कभी यह दर्द अचानक से शुरू होता है और अपने आप ही ठीक हो जाता है। माइग्रेन होने पर तनाव, बेचैनी और थकान होती है। माइग्रेन उम्र के किसी भी पडाव में हो सकता है। आइए हम आपको माइग्रेन से बचने के कुछ घरेलू नुस्खे बताते हैं।
गुड़ और दूध का करें सेवन अगर आप माइग्रेन के दर्द से परेशान रहते हैं तो आपके लिए गुड़ के साथ दूध का सेवन करना बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए रोज सुबह उठने के बाद खाली पेट छोटा सा गुड़ का टुकड़ा मुंह में रखें और उसके बाद ठंडा दूध पीएं। रोज सुबह इसके सेवन से माइग्रेन के दर्द से आपको काफी राहत मिलेगा।
अदरक का सेवन अदरक में कई प्रकार के स्वास्थ्य गुण पाएं जाते हैं। इसकी मदद से आप माइग्रेन के दर्द से राहत दिलाने में मददगार होता है। जब भी माइग्रेन की वजह से आपका सिरदर्द हो उस वक्त आप अदरक का एक छोटा सा टुकड़ा दांतों के बीच दबा लें और उसे चूसते रहें। क्योंकि एक शोध से पता चला है कि अदरक माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद करता है।
दालचीनी दालचीनी भी माइग्रेन के दर्द से राहत दिलाती है। इसके लिए दालचीनी को पीसकर इसका पेस्ट बना लें और उसे अपने सिर पर लगा लें। इस पेस्ट को कम से कम आधे घंटे तक लगाकर रखें। ऐसा करने से माइग्रेन के दर्द से आपको राहत मिलेगी।
लौंग का सेवन लौंग भी माइग्रेन में होने वाले दर्द को कम करता है। जब भी माइग्रेन हो उस समय लौंग के पाउडर में नमक मिलाकर इसे दूध के साथ पी लें। इससे आपको माइग्रेन के दर्द से राहत मिलेगी।
ठंडी सिंकाई हमलोगों ने अक्सर देखा होगा बर्फ का इस्तेमाल कई तरह से दर्द से छुटकारा दिलाने में किया जाता है। ऐसे ही बर्फ माइग्रेन में भी कारगर साबित होता है। जब भी माइग्रेन का दर्द उठे तब बर्फ के कुछ टुकड़ों को रूमाल में लपेटकर इसे सिर पर रखें। करीब 15 मिनट तक इसे ऐसे ही रखे रहें। इससे आपको सिरदर्द से काफी हद तक राहत मिलेगी।
सिर की मालिश करें और तेज रोशनी से बचें माइग्रेन का दर्द होने पर हाथों से अगर सिर, गर्दन और कंधों की मालिश की जाए तो दर्द से राहत मिलती है। इसके अलावा तेज रोशनी के कारण भी सिर में दर्द होता है। ऐसे में यदि आपको माइग्रेन की समस्या है तो आपको तेज रोशनी से बचना चाहिए।