बताया जाता है कि एक और टेक्नीशियन की नियुक्ति हुई है, जिसका अस्पताल प्रबंधन को इंतजार है। वर्ष 2019 के मध्य तक अस्पताल में तीन टेक्नीशियन पदस्थ थे। जिनमें से एचएस बाथम का 2019 के मध्य में स्थानांतरण हो गया। वहीं लगभग पांच महीनों पूर्व अन्य टेक्निशियन एके गोस्वामी का भी स्थानांतरण हो गया है। तथा अब वर्तमान में एक टेक्नीशियन वीके राठौर अस्पताल में पदस्थ हैं, जिन पर कई महत्वपूर्ण अन्य जिम्मेदारियां भी हैं। तथा इस अव्यवस्था के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की लैब संबंधित व्यवस्थाएं प्रभावित हुईं हैं।
कोविड जांच शुरू तो लैब बंद
रोजाना सुबह दो से तीन घंटे टेक्नीशियन राठौर को कोविड की सैंपलिंग व जांच करनी होती है। लेकिन इस दौरान नियमित रूप से कोरोना काल के पहले खुलने वाली लैब बंद रहती है। लैब बंद होने के कारण अन्य जांच कराने आने वाले मरीजों को परेशानी होती है। क्योंकि स्वस्थ लोगों में कोरोना संक्रमण के डर के चलते टेक्नीशियन अपनी लैब की ओर नहीं आते हैं।
आज हड़ताल पर रहेंगे लैब टेक्नीशियन
प्रदेशभर के मेडिकल लैब टेक्नीशियन अपनी 17 सूत्री मांगों को लेकर 10 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं। इसके तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ लैब टेक्नीशियन अमान सिंह अहिरवार उक्त हड़ताल का समर्थन देने के लिए तीन दिसंबर को सामूहिक रूप से आकस्मिक अवकाश पर रहेंगे। बताया जाता है कि इसकी सूचना बीएमओ डॉ. जेएस परिहार को दी गई है।
गर्भवती महिलाएं ज्यादा परेशान
बताया जाता है कि सबसे अधिक परेशानी गर्भवती महिलाओं को होती है जिन्हें हिमोग्लोबिन एवं शुगर की जांच करानी पड़ती है। आए दिन अस्पताल में गर्भवती महिलाएं लंबे समय तक बंद लैब के सामने बैठी रहती हैं। तथा उस दौरान टेक्नीशियन कोविड जांच में व्यस्त होते हैं।