स्टेशन और ट्रेनों में सादे वेश में वेंडरों पर नजर रखेंगे रेल्वे
– नो बिल, नो पेमेंट सुविधा- वेंडरों द्वारा बिल नहीं दिए जाने की शिकायतें मिल रही- आदेश का पालन नहीं होने पर वेंडरों पर कार्यवाही की तैयारी
No bill, no payment facility
इटारसी. रेल मंत्रालय ने वेंडरों के लिए नो बिल, नो पेमेंट व्यवस्था तो लागू कर दिया, लेकिन वेंडरों द्वारा अभी भी यात्रियों को बिल नहीं दिए जा रहे हैं। इसकी शिकायत रेलवे को लगातार कंट्रोल रूम और रेलवे के ट्वीटर पर मिल रही है। इसे देखते हुए बिल नहीं देने वाले वेंडरों पर कार्रवाई करने की योजना बनाई है। इसके लिए वेंडरों पर खुफिया तरीके से सादे वेश में स्टेशन के अधिकारी नजर रखेंगे। वे वेंडरों के स्टॉल के आसपास मौजूद रहेंगे, ताकि बिल न देने वाले की स्थिति में उक्त वेंडर के खिलाफ कार्रवाई कर सकें।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार ये व्यवस्था भोपाल मंडल के इटारसी समेत सभी रेलवे स्टेशनों में लागू करेंगें। जो वेंडर खाद्य सामग्री खरीदने के बाद बिल नहीं देगा, उसके खिलाफ रेलवे एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई कर यात्रियों को नियमानुसार सामग्री फ्री में दिलाई जाएगी।
जागरुकता अभियान चलाएंगी रेलवे
रेल प्रबंधन इस संबंध में यात्रियों को जागरुक करने के लिए अभियान चलाएगी। जिसमें प्लेटफार्म पर लगातार एनआउंसमेंट करने के साथ ही ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को मोबाइल के जरिए सुविधा का पालन करने के लिए जागरुक किया जाएगा। अफसरों का मानना है कि अगर यात्री बिल लेने के लिए अड़ जाए, तो वेंडरों को मानना होगा, लेकिन इसके लिए यात्रियों को अपनी सजगता का परिचय देना होगा। इसके अलावा रेलवे टिकटों पर भी नो बिल, नो पेमेंट की जानकारी प्रिंट कराई जाएगी।
बिल नहीं देने का शिकायतें सर्वाधिक इटारसी में भी
रेल मंडल के अधिकारियों का कहना है कि भोपाल मंडल में बिल नहीं देने की शिकायतें सबसे अधिक इटारसी और भोपाल स्टेशन में मिल रही है। पिछले 15 दिनों में इस तरह की अभी तक लगभग 4 हजार से अधिक शिकायतें मिली है। इस वजह से प्रबंधन वेंडरों की मनमानी को लेकर सख्ती करने जा रहा है।
स्टेशन या ट्रेनों में वेंडरों द्वारा बिल नहीं देने का शिकायतें मिल रही है। ऐसे वेंडरों पर नजर रखने और कार्रवाई करने के लिए रेल प्रशासन सादे वेश में अधिकारी तैनात करेंगे।
– आईए सिद्दकी, पीआरओ, भोपाल रेल मंडल
Home / Hoshangabad / स्टेशन और ट्रेनों में सादे वेश में वेंडरों पर नजर रखेंगे रेल्वे