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होशंगाबाद

मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला भवन तैयार, मगर न मशीनें हैं न स्टाफ,परेशान हो रहे किसान

प्रयोगशाला के अभाव में नहीं मिल पा रहीहजारों किसानों को मिट्टी परीक्षण की सुविधा, किसान होशंगाबाद पवारखेड़ा जा रहे मिट्टी परीक्षण कराने

होशंगाबादSep 05, 2018 / 06:08 pm

govind chouhan

patrika

मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला भवन तैयार, मगर न मशीनें हैं न स्टाफ,परेशान हो रहे किसान

पिपरिया. खेती किसानी को बढ़ावा देने प्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश में मिट्टी परीक्षण प्रयोग शालाओं का निर्माण कराया है लेकिन इनका सदुपयोग नहीं हो पा रहा है। कई जगह भवन निर्माण होने के बावजूद प्रयोग शाला शुरू नहीं हो पाई है जिससे किसान मिट्टी परीक्षण के लाभ से वंचित हैं।
प्रदेश की ए क्लास कृषि उपज मंडी पिपरिया में मंडी बोर्ड ने मिट्टी परीक्षण प्रयोग शाला का निर्माण कराया है। करीब तीन साल में प्रयोग शाला भवन बना है लेकिन इसकी बाउंड्री वाल आज तक नहीं बन पाई। किसानों की पैदावार अच्छी हो इसके लिए मिट्टी का परीक्षण बहुत जरूरी है। मिट्टी परीक्षण के बाद अनुकूल फसल का उत्पादन किसान कर सकता है। लेकिन क्षेत्र के हजारों किसानों को मिट्टी परीक्षण की सुविधा प्रयोगशाला के अभाव में नहीं मिल पा रही है।
प्रयोगशाला में महीनों बाद एक-एक सुविधा मुहैया हो रही है। कभी बिजली कनेक्शन की कमी तो कभी बाउंड्री वॉल नहीं होने की बात अधिकारी बताते हैं। बिजली का ट्रांसफार्मर हाल ही में लग चुका है लेकिन अब भवन में बिजली कनेक्शन का इंतजार है।

नहीं आई मशीनें
प्रयोग शाला भवन लगभग तैयार है इसमें तैनात होने वाला स्टॉफ और मशीनों की आपूर्ति सालों बाद भी नहीं हो पाई है। भवन का उपयोग शुरू करने परीक्षण की मशीनें जरुरी है जो अभी खरीदी नहीं गई है। पिछले दिनों दौरे पर कृषि मंत्री ने मशीनें जल्द ही क्रय करने की बात कही थी लेकिन महीनों के बाद इसकी आपूर्ति प्रयोग शाला में नहीं हो पाई है।

मिनी प्रयोगशाला बंद, होशंगाबाद जा रहे किसान
कृषि विस्तार कार्यालय में वैकल्पिक रूप से किसानों के खेत की मिट्टी परीक्षण करने मिनी प्रयोगशाला प्रारंभ की गई थी उसे संविदा कर्मी संचालित कर रहे थे। यह मिनी प्रयोग शाला भी पिछले साल से बंद हो गई है। किसान अब मिट्टी परीक्षण कराने होशंगाबाद पवार खेड़ा आवागमन करने को मजबूर है।
इनका कहना है…
भवन तैयार है लेकिन हैंडओवर नहीं हुआ है। बाउंड्रीवॉल नहीं बनी है,स्टाफ और मशीनें भी नहीं मिली है। किसान अभी होशंगाबाद जाकर मिट्टी परीक्षण करा रहे हैं।
एसएस कौरव, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी
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