निर्णायक की भूमिका डॉ. मीना शुक्ला, डॉ. सीएसराज, डॉ. वैशाली लाल ने निभाई। प्रथम स्थान पर नर्मदा महाविद्यालय के देवांश बैरागी, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर शासकीय गृहविज्ञान महाविद्यालय की छात्राएं रमा पुर्विया एवं अंजली मिश्रा रहीं। कार्यक्रम संयोजक डॉ. अमिता जोशी ने कहा कि राजीव गांधी युवाओं को सुदृढ़ बनाना चाहते थे। वही व्यक्ति सफल होता है जो समय के साथ चलता है। राजीव समय के साथ चलने वाले युवा नेता थे। महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. किरण पगारे ने कहा कि युवा अपनी शक्ति एवं क्षमता को पहचाने, क्योंकि युवा देश का आधार रखने वाली कुंजी है।
राष्ट्र विकास में युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। अंत में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम में डॉ. रुति गोखले, डॉ. रामबाबू मेहर, डॉ. पी.आर. मानकर, डॉ. अरूण सिकरवार, डॉ. रागिनी दुबे, डॉ. हर्षा चचाने, डॉ. आषीष सिंह, डॉ. दषरथ मीना, डॉ. हेमन्त चौधरी, डॉ. कीर्ति दीक्षित, डॉ. नीतू पवांर, श्री रफीक अली, डॉ. संगीता पारे, डॉ. मनीषा तिवारी, डॉ. निषा रिछारिया, डॉ. विजया देवास्कर, डॉ. रीना मालवीय, श्रीमती आभा वाधवा, श्री शैलेन्द्र तिवारी, श्रीमती प्रीति ठाकुर, श्रीमती शीतल मेहरा, श्रीमती अंकिता तिवारी, कु. श्वेता वर्मा एवं भारी संख्या में छात्राएॅ उपस्थित रही।