इटारसी. छात्राओं के साथ बढ़ती घटनाओं से शैक्षणिक संस्थान सबक नहीं ले रहे हैं। स्कूल, कॉलेजों और खासकर कोचिंग के पास मंडराते मनचले खतरा बन सकते हैं। ऐसे में सुरक्षा के इंतजाम नहीं होना एक बड़ी चूक हो सकती है। पत्रिका ने गल्र्स कॉलेज, गल्र्स स्कूल और कोचिंग संस्थानों में जानकारी ली तो कई कमियां सामने आई है। यदि इनको दूर कर लेते हैं तो अपराधों से बचा जा सकता है। ये नहीं हैं इंतजाम – खासकर उन संस्थानों के सामने सीसीटीव्ही कैमरे नहीं है। सीसीटीव्ही कैमरे होने से स्कूल के सामने होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती है। संस्थानों के सामने सुरक्षा गार्ड नहीं हैं। सुरक्षा गार्ड होने के आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने के साथ ही उसे रोका जा सकता है। कई संस्थानों के आसपास सूनेपन का फायदा बदमाश उठाते हैं। कुछ कोचिंग असुरक्षित भवनों में लग रही हैं। कोचिंग रूम तक पहुंचने में सुरंग जैसी गैलरियों से होकर जाना पड़ता है। यह हो चुके घटनाक्रम – पुरानी इटारसी शिवराजपुरी कॉलोनी के एक निजी स्कूल में एक मनचला स्कूल तक पहुंच गया था। पुरानी इटारसी माध्यमिक कन्या शाला के पास स्कूटी से आए बदमाशों ने एक छठवीं कक्षा की छात्रा को साथ ले जाने का प्रयास किया था। छात्रा किसी तरह से बचकर भागी थी। करीब दो साल पहले कोचिंग से घर जाते समय एक छात्रा की ओवरब्रिज के नीचे दुष्कर्म के बाद हत्या हो गई थी। कोचिंग रूम तक पहुंचने में सुरंग जैसी गैलरियों से होकर जाना पड़ता है। इनका कहना है स्कूल कैंपस में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। साथ ही पुलिस को आवेदन दिया है कि स्कूल लगते और छुट्टी के समय पुलिस की ड्यूटी लगाई जाए। अखिलेश शुक्ल, प्राचार्य शाकउमावि