अपने बेडरूम में सो रही थी महिला तभी शरीर पर कुछ महसूस हुआ और फिर…. वहीं मरीज इस बात से परेशान और उलझन में था कि उसकी दाहिनी आंख में सूजन थी और दाएं तरफ के वृषण कोमल थे, लेकिन जब एमआरआई स्कैन ( Mri Scan ) किया गया तो पता चला कि उसके दिमाग में कई घाव थे। घाव न्यूरोकिस्टीरोसिस के साथ सुसंगत थे, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ( World Health Organization ) द्वारा “केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के परजीवी संक्रमण” के रूप में परिभाषित किया गया है। यह पोर्क टेपवर्म टेनिआ सॉलियम के कारण होता है। ये मनुष्य में विशेष रूप से अधपका भोजन खाने के बाद संक्रमित हो सकता है।
सोशल मीडिया पर क्रिस गेल का ये फोटो हो रहा है तेजी से वायरल, वजह है बेहद खास किशोर के मामले में एंटीपैरासिटिक दवाओं के साथ उपचार के लिए नहीं कहा गया था क्योंकि इससे सूजन और मस्तिष्क शोफ हो सकता है। किशोर को ऑक्जेलरी घाव थे, इसलिए ऐसी दवाओं के साथ उपचार से दृष्टि की हानि भी हो सकती है। वहीं डेक्सामेथासोन और एंटीपीलेप्टिक दवाओं और इलाज किए जाने के बावजूद भी दो हफ्ते बाद मरीज की अस्पताल में मृत्यु हो गई। हालांकि, ऐसा मामला पहली बार सामने नहीं आया है जब किसी के मस्तिष्क में एक टेपवर्म पाया गया हो। इससे पहले सितंबर 2018 में डॉक्टरों ने मिर्गी के दौरे के बाद एक चीनी व्यक्ति के दिमाग से 10 सेंटीमीटर का टेपवर्म निकाला था।