फानी तूफ़ान के आतंक के बीच इस महिला पुलिसकर्मी ने कायम की मिसाल यह मामला उत्तर प्रदेश (
Uttar Pradesh ) के ग्रेटर नोएडा (
Greater Noida ) का है जहां के दनकौर में स्थित एक घर में भीषण आग (
Fire ) लग गयी थी, यह आग इतनी भयानक थी कि अगर कोई इसकी चपेट में आ जाए तो उसे बचाना बेहद मुश्किल होगा। लेकिन इस आग के बारे में जब उत्तर प्रदेश पुलिस में सब-इंस्पेक्टर अखिलेश दीक्षित को जानकारी मिली तो वो बिना देर किए हुए मौके पर पहुंच गए और उन्होंने खतरों से खेलते हुए एक बड़े हादसे को टाल दिया।
जानकारी के मुताबिक़ 3 मई को दनकौर के एक घर में भीषण आग लग गई थी, आग के बारे में सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तभी घरवालों ने पुलिस को बताया कि अंदर दो
एलपीजी सिलेंडर भी रखे हुए हैं जो अगर आग की चपेट में आ जाएंगे तो यह हादसा और भी भीषण हो सकता है। ऐसे में वहां मौजूद सब-इंस्पेक्टर (
sub-inspector ) अखिलेश दीक्षित ने अपनी सूझ-बूझ का परिचय देते हुए लोगों से फौरन एक कंबल लाने को बोला।
इस कंबल को ओढ़कर अखिलेश तुरंत ही आग की लपटों से घिरे हुए घर में दाखिल हो गए और एक-एक करके दोनों गैस सिलेंडर बाहर ले आए। अगर गलती से भी इनमें से एक भी सिलेंडर आग की चपेट में आ जाता तो अखिलेश दीक्षित की जान भी जा सकती थी लेकिन उन्होंने इस बात की परवाह किए बगैर आग की लपटों से घिरे घर में जाने का फैसला किया।
उस दिन मंदिर गए थे गुलशन कुमार तभी सामने से आए हमलावर और फिर… इस मामले के सामने आने के बाद
सोशल मीडिया (
social media ) पर अखिलेश दीक्षित की तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें वो आग से खेलते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस तस्वीर को तेजी से सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है और लोग मांग कर रहे हैं कि उनकी इस बहादुरी के लिए सम्मानित किया जाना चाहिए क्योंकि उनके एक फैसले की वजह से एक बड़े हादसे को टाला जा सका है।