ट्रैफिक सिग्नल की लाइट्स से जुड़े दिलचस्प फैक्ट्स
ट्रैफिक सिग्नल की लाइट्स को लाल, पीली और हरी ही क्यों चुना गया, इसके पीछे कुछ दिलचस्प फैक्ट्स हैं। आइए उन दिलचस्प फैक्ट्स पर नज़र डालते हैं।
Red Light
रेड लाइट यानि की लाल लाइट रुकने का सिग्नल है। पर ज़्यादातर लोग यह नहीं जानते कि रुकने के लिए सिग्नल के तौर पर लाइट के लिए लाल रंग ही क्यों चुना गया। इसकी वजह है लाल रंग का अन्य रंगों के मुकाबले ज़्यादा भड़ीकला होना। लाल रंग आँखों के रेटिना के लिए ज़्यादा विज़िबल होता है। ऐसे में इसे दूर से ही सही से देखा जा सकता है। इसलिए इसे रुकने का सिग्नल करने वाली लाइट के रंग के और पर चुना गया। इसके अलावा लाल रंग खतरे का भी संकेत होता है।
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Yellow Lightयेलो लाइट यानि की पीली लाइट धीमे होने या रुकने के लिए तैयार होने का सिग्नल है। इस लाइट के लिए पीले रंग को ही क्यों चुना गया, इस बारे में भी ज़्यादातर लोग नहीं जानते। पीला रंग तैयार होने का संकेत देता है। इसलिए इसे धीमे होने या रुकने के लिए तैयार होने वाली लाइट के रंग के तौर पर चुना गया।
Green Light
ग्रीन लाइट यानि की हरी लाइट आगे बढ़ने का सिग्नल है। ट्रैफिक सिग्नल पर आगे बढ़ने के लिए लाइट के तौर पर इस रंग का चयन क्यों किया गया, इस बारे में भी ज़्यादातर लोगों को नहीं पता होता। हरा रंग आगे बढ़ने का संकेत देता है। इसलिए इसे आगे बढ़ने का सिग्नल करने वाली लाइट के रंग के तौर पर चुना गया।