दरअसल ये ब्रह्माण्ड की अनंत आकाशगंगाओं में से एक NGC 1068 की इमेज है जो नासा की वेधशाला सोफिया (Stratospheric Observatory for Infrared Astronomy) द्वारा ली गई है। इस इमेज में गैलेक्सी के चुंबकीय क्षेत्र का मैप बनाया गया है, जो कलर इमेज में किसी आदमी के फिंगर प्रिंट की तरह दिखाई दे रहा है। इसे नासा ने गैलेक्सी का मैग्नेटिक फिंगर प्रिंट कहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार हर गैलेक्सी का अपना एक अलग मैग्नेटिक फिंगर प्रिंट होता है, जिसके आधार पर उसकी पहचान की जा सकती है। नासा की इस इमेज को इंस्टाग्राम पर पोस्ट करने के बाद मात्र 18 घंटे में ही 14 लाख, 37 हजार से भी अधिक लोगों ने लाइक कर लिया।
वास्तव में ये फिंगर प्रिंट जैसी दिखने वाली रेखाएं उस गैलेक्सी के अंदर की चुम्बकीय शक्तियों को दर्शाती हैं। इनसे पता लगता है कि गैलेक्सी के किस हिस्से में कितना चुम्बकीय तथा गुरुत्वीय बल है। इसके आधार पर उस गैलेक्सी का पूरी मैप तैयार कर उसका अध्ययन किया जाता है। इसी के आधार पर डार्क मैटर, नए तारों तथा शक्तिशाली ब्लैक होल्स का पता लगाया जाता है। आम आदमी के हिसाब से भले ही ये एक आकर्षक फोटो मात्र हो सकती है लेकिन अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के लिए तो यह पूरा का पूरा एनसाइक्लोपीडिया है।
जिस गैलेक्सी का नासा ने चित्र लिया है, वो गैलेक्सी 24000 प्रकाश वर्ष की चौड़ाई में फैली हुई है। इसका मोटा अंदाजा इस तरह लगा सकते हैं कि अगर हमारे सौरमंडल जैसे अनेकों सौरमंडलों को एक के बाद एक कतार में रखा जाए तो हजारों नहीं लाखों-करोड़ों सौरमंडलों की कतार बन जाएगी। अब आप अंदाजा लगा लीजिए कि भगवान का यह फिंगर प्रिंट साइज में कितना बड़ा है।