जानकारी के मुताबिक, शहडोल के ग्राम खमरिया में रहने वाला लखन सिंह करीब एक महीने से लापता था। 26 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन लखन की बहन फूलबाई भाई को राखी बांधने के लिए उसके घर पहुंची। जब वह घर पर नहीं मिला तो अपनी भाभी दुर्गा सिंह से भाई के बारे में पूछताछ की।
भाभी नशे में धुत थी और उसने फूलबाई को ऐसी बात बताई, जिसे सुनकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। दुर्गा ने बताया, ”मैंने लखन की हत्या कर दी है और उसकी लाश को बगीचे में दफना दिया है।” अपनी भाभी के मुंह से ऐसी बातें सुनकर फूलबाई के होश उड़ गए। उसने तुरंत पुलिस को मामले की जानकारी दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने दुर्गा सिंह से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने पुलिस को बताया, ”लखन मेरे चरित्र पर शक करता था, रोज मुझे मारता—पीटता था। मैं उसकी इन हरकतों से परेशान हो चुकी थी। इसलिए उसको मौत के घाट उतार दिया।” पुलिस ने जब उससे लाश के बारे में पूछा तो उसने बताया कि घर के बगीचे में ही कब्र खोदकर उसे दफना दिया है। बता दें, जब पुलिस महिला की निशानदेही पर मौके पर पहुंची तो वहां पर मक्के की फसल उगी थी। जब पुलिस ने खुदाई करवाई तो वहां से लखन की लाश बरामद हुई। पुलिस ने दुर्गा सिंह को गिरफ्तार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने पड़ोस में रहने वाले रामलाल को भी शक के आधार पर गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।