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फेसबुक ने इन बिछुड़ों को मिलाकर बदल डाली जिंदगी, जानें कैसे हुआ ये चमत्कार

फेसबुक लगभग सभी लोग करते हैं इस्तेमाल
महज टाइम पास नहीं ये है बड़े कमाल की चीज
बदल चुकी है कई लोगों की जिंदगी

May 13, 2019 / 04:47 pm

Prakash Chand Joshi

facebook

फेसबुक ने इन बिछुड़ों को मिलाकर बदल डाली जिंदगी, जानें कैसे हुआ ये चमत्कार

नई दिल्ली: आज के दौर में लगभग हर दूसरा इंसान फेसबुक ( Facebook ) का इस्तेमाल करता है। लोग यहां अपने विचार, फोटो आदि कई चीजें लोगों के साथ साझा करते हैं। साथ ही की लोग इसे महज एक टाइम पास करने का जरिया भी समझते हैं, लेकिन इन सबके अलावा भी फेसबुक कई काम आता है। इन्हीं में से एक है बिुछुड़ों को मिलाना। फेसबुक के माध्यम से अब तक कई ऐसे लोग या परिवार हैं जो आपस में कई सालों बाद मिले हैं। चलिए आपको बताते हैं ऐसे ही कई लोगों के बारे में जो फेसबुक के जरिए मिले।

बिलंदपुर के रहने वाले राकेश त्रिपाठी 18 साल की उम्र में घर छोड़कर मुंबई ( mumbai ) चले गए थे। बेटे के इंतजार में राकेश की मां चल बसी। इसके बाद पोती ने दादी की फोटो फेसबुक पर अपलोड करके श्रद्धांजलि दी। फेसबुक पर कई लोगों के दुख भरे संदेश आए, लेकिन इन सबके बीच एक संदेश ऐसा भी था जिसे देखकर घर वालों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दरअसल, ये संदेश 32 साल पहले घर छोड़ चुके राकेश का था। राकेश ने अपने छोटे भाई से वीडियो कॉल पर बात की और जल्द घर आने की बात भी कही।

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वहीं उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) के बरेली ( Bareilly ) में फेसबुक एक परिवार के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हुआ। यहां कटघर के रहने वाले परवेज का भाई जावेद साल 1980 में पिता के पीटने से नाराज होकर घर से भाग गए थे। ऐसे में जावेद का परिवार 37 सालों से उसे ढूंढ रहा था। वहीं 37 साल बाद जावेद फेसबुक के जरिए अपने परिवार से मिला। वो हैदराबाद ( Hyderabad ) की फिल्म सिटी में नौकरी कर रहा है।

यही नहीं एक और मामले में फेसबुक के द्वारा 12 साल पहले खोया एक बेटा अपने परिवार को मिला। साल 2001 में अंकुश की मां ने उसकी पिटाई कर दी थी, जिसके बाद वो घर से भाग गया था। इसके बाद वो गुरुद्वारे के बाहर रहने लगा और यहां लोगों के सेवा करते-करते उसने गुरुबानी भी सीख ली। इसके बाद वो सिख बन गया। उसका नाम अंकुश से गुरुबाज सिंह हो गया। इस बीच उसने कई बार परिवार को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं मिले। एक दिन उसने फेसबुक पर अपने छोटे भाई को ढूंढने की कोशिश की। फेसबुक पर छोटा भाई मिला और अंकुश ने उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी। इसके बाद अंकुश अपने परिवार से मिल गया। इस घटना को जान लोग यकीन नहीं कर पा रहे, लेकिन ये सब कमाल हुआ फेसबुक के माध्यम से। नजाने ऐसे कितने ही परिवार अपने बिछुड़ों से फेसबुक के माध्यम से मिले हैं।

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