scriptकम बरसे बदरा, सता रहा पेयजल संकट | Badra rains less, drinking water crisis is haunting | Patrika News
हुबली

कम बरसे बदरा, सता रहा पेयजल संकट

नवलगुंद तालुक में मानसून की बारिश की उम्मीद में जमीन जोत कर बुआई की तैयारी करने वाले किसान को मानसून की बारिश के हाथ देने चलते कोई रास्ता नहीं सूझा रहा है, इसी बीच मलप्रभा जलाशय में पानी संग्रह कम होने के कारण पेयजल कमी की आशंका पैदा हो गई है जिससे लोगों की नींद उड़ गई है। तालुक के प्रत्येक गांव में स्थित पेयजल झीलों को अधिकांश मलप्रभा नहर से ही पानी संग्रह कर नलों के जरिए पानी की आपूर्ति की जाती है।

हुबलीJul 10, 2023 / 09:50 pm

Zakir Pattankudi

,

कम बरसे बदरा, सता रहा पेयजल संकट,कम बरसे बदरा, सता रहा पेयजल संकट

उड़ी लोगों की नींद ,खाली हो रहा चन्नम्मा जलाशय
हुब्बल्ली.नवलगुंद तालुक में मानसून की बारिश की उम्मीद में जमीन जोत कर बुआई की तैयारी करने वाले किसान को मानसून की बारिश के हाथ देने चलते कोई रास्ता नहीं सूझा रहा है, इसी बीच मलप्रभा जलाशय में पानी संग्रह कम होने के कारण पेयजल कमी की आशंका पैदा हो गई है जिससे लोगों की नींद उड़ गई है। तालुक के प्रत्येक गांव में स्थित पेयजल झीलों को अधिकांश मलप्रभा नहर से ही पानी संग्रह कर नलों के जरिए पानी की आपूर्ति की जाती है। इसके अलावा नवलगुंद और अन्निगेरी कस्बों के लिए भी मलप्रभा नहर निर्भर जलाशयों से स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की जा रही है परन्तु अब मानसून की बारिश के हाथ देने से मलप्रभा जलाशय में पानी का भंडारण भी कम हो गया है।
खाली हो रहा चन्नम्मा जलाशय

मानसूनी बारिश की कमी के कारण नवलगुंद के लोगों को पेयजल संकट का डर सता रहा है। शहर को चन्नम्मा जलाशय से हर 6 दिन में एक बार पानी की आपूर्ति की जा रही है। जलाशय में पानी की कमी पेश आई है। शहर की आबादी 30,000 से अधिक है और पीने के पानी के लिए प्रतिदिन चन्नम्मा जलाशय से वार्ड-वार पानी की आपूर्ति की जाती है। पहले 10 दिनों में एक बार पानी की आपूर्ति की जाती थी, बाद में लोगों की मांग के अनुसार 6 दिनों में एक बार आपूर्ति निर्धारित की गई थी। पूर्व में बरसात के मौसम से पहले मलप्रभा नहर से पीने का पानी छोड़ा जाता था। इस दौरान नगर पालिका एहतियात के तौर पर पानी का भंडारण करती थी। इस बार पानी छोडऩे की अवधि कम होने के कारण जरूरी भंडारण नहीं हो पाया है।
कुछ होटल भी इसी पानी पर निर्भर

नीलमम्मा झील की सफाई कर पानी संग्रह किया गया है परन्तु इस झील में कोई शुद्धिकरण संयंत्र नहीं है, इस पानी को नगर पालिका की ओर से अन्य उपयोग के लिए 200 रुपए प्रति टैंकर के हिसाब से किराया लेकर निजी तौर पर टैंकरों को दिया जाता है। शहर के कुछ होटल भी इसी पानी पर निर्भर हैं। इसके बावजूद इस पानी को नलों के माध्यम से आपूर्ति करना मुश्किल है। जिन लोगों को जरूरत है उन्हें हाथ गाड़ी या टैंकर के जरिए पानी लाने की अनिवार्यता है।
टैंकरों से पानी बेचने पर लगे रोक
प्रमुख ने कहा कि नगर पालिका हर 5 दिन में चन्नम्मा जलाशय से नवलगुंद शहर को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति कर रही है। शहर के मध्य में स्थित नीलम्मा झील से गाद हटाकर मलप्रभा नहर से पानी संग्रह किया गया है। यदि चन्नम्मा जलाशय में पानी का भंडारण कम हो जाता है, तो लोगों को अस्थायी रूप से नीलाम्मा झील से ही पीने का पानी उपलब्ध कराने की अनिवार्यता पेश आएगी परन्तु अब देखने में आ रहा है कि नगर पालिका नीलम्मा झील से ही प्रतिदिन सैकड़ों टैंकर पानी बेच रही है।
ग्रामीणों को चिंता है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो आगामी दिनों में झील का पानी खाली हो जाएगा और पीने के पानी की भी कमी हो जाएगी। इसके चलते लोगों ने नगर पालिका से टैंकरों से पानी बेचने पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
शहर के लोग पानी के लिए तरस जाएंगे

लोगों का कहना है कि नगर पालिका को निजी व्यक्तियों के उपयोग के लिए नीलम्मा झील से पानी की आपूर्ति बंद करनी चाहिए, आवश्यकता की जांच करनी चाहिए, अत्यधिक उपयोग को रोकना चाहिए और आपातकालीन स्थितियों को सुविधाजनक बनाने के लिए इसकी निगरानी करनी चाहिए। चन्नम्मा जलाशय को मालाप्रभा नहर के पानी से भरने का प्रयास करने की आवश्यकता है वरना वो दिन दूर नहीं जब शहर के लोग पानी के लिए तरस जाएंगे।
सदस्यों से चर्चा कर लेंगे निर्णय

नवलगुंद शहर को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति कर रहे चन्नम्मा जलाशय में डेढ़ महीने के लिए पर्याप्त भंडारण क्षमता है। नीलमम्मा झील का पानी पीने के लिए उपयोग नहीं किया जाता है, इस कारण इसे वर्तमान में निजी टैंकरों को आपूर्ति किया जा रहा है। एहतियात के तौर पर सदस्यों के साथ चर्चा कर निजी व्यक्तियों को पानी की आपूर्ति की जाए या नहीं इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।
वेंकटेश नागनूर, मुख्य अधिकारी, नगर पालिका, नवलगुंद

पानी की बर्बादी न हो
चन्नम्मा जलाशय में पानी कम हो रहा है, पानी के कम उपयोग को प्राथमिकता देनी चाहिए। मालाप्रभा से पानी की आपूर्ति के बारे में संबंधित अधिकारियों से चर्चा के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मैंने नवलगुंद शहर को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति करने वाली चन्नम्मा और नीलम्मा झीलों (जलाशयों) में पानी की बर्बादी न हो इस पर ध्यान रखने का अधिकारियों को निर्देश दिया है।
-एनएच कोनरेड्डी, विधायक
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो