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हुबली

चार साल बाद भी नेमप्लेट तक ही सीमित सरकारी कार्यालय

चार साल बाद भी नेमप्लेट तक ही सीमित सरकारी कार्यालय-कार्यालय पर निर्भर 63 गांव के लोगोंरट्टीहल्ली

हुबलीJan 14, 2022 / 11:23 am

Zakir Pattankudi

चार साल बाद भी नेमप्लेट तक ही सीमित सरकारी कार्यालय

चार साल बाद भी नेमप्लेट तक ही सीमित सरकारी कार्यालय

बारिशों में छत से टपकता है पानी

पंचायतराज इंजीनियरिंग विभाग, ग्रामीण पेयजल तथा स्वच्छता विभाग, शिशु विकास योजना अधिकारी कार्यालय, समाज कल्याण विभाग, पंजीयन अधिकारी कार्यालय, कृषि निदेशक कार्यालय इसी प्रकार कई केंद्र कार्यालयों को चिन्हित कर बोर्ड लगाया गया है। कार्यालय की इमारतें क्षतिग्रस्त हो चुकी है। कार्यालय की खिड़कियां, दरवाजे टूट चुके हैं। चारों ओर जंगली पेड़-पौधे उगे हैं जिसकी वजह से यह स्थान जहरीले जीव-जंतु के आश्रय के रूप में परिवर्तित हो चुका है। बारिश के दिनों कई इमारतों में ऊपर से पानी टपकता है। तहसीलदार कार्यालय, सिंचाई विभाग, रसद विभाग, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, राजस्व अधीक्षक कार्यालय की सेवाएं यहां शुरू हो चुकी है।

मूलभूत सुविधाओं का अभाव

अटलजी जनस्ेही केंद्र आने वाले लोगों के लिए बैठने योग्य उपयुक्त व्यवस्था नहीं है। सार्वजनिकों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है। शौच के लिए खुले में ही जाना पड़ता है। प्रतिदिन दैनिक कार्य के लिए आने वाली महिलाओं को कई समस्याओं से जूझना पड़ता है। कार्यालय के प्रांगण में वाहन पार्किंग के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। लोग तहसीलदार कार्यालय के सामने वाहन पार्किंग करते हैं।

नहीं है पेयजल की व्यवस्था

ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की समस्या बार-बार होती है। अत: इसके चलते तहसीलदार कार्यालय में ही ग्रामीणों को दिन गुजारना पड़ता है। सुरक्षा के अभाव के चलते रात को तहसीलदार कार्यालय शराब तथा जुए के अड्डे के रूप में परिवर्तित हो जाता है।
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