कोरोना से सतर्कता
लॉकडाउन से दो माह बाद फिर से शुरू हुए इंदिरा कैंटीन आरंभ में 23 मई से केवल पार्सल मात्र दे रहे थे। वह भी सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन मात्र दिया जा रहा था। वह भी किम्स परिसर, गोकुल रोड नए बस स्टैंड तथा धारवाड़ के दो कैंटीनों में मात्र मौका दिया गया था। राज्य सरकार ने सोमवार से सभी जगहों पर होटल शुरू करने की हरी झंडी दिखाई है। इससे पहले ही इंदिरा कैंटीन शुरू हो गईं। जुड़वां शहर के सभी नौ इंदिरा कैंटीन में भी सरकार के नियमानुसार सतर्कता कार्रवाई की गई है। कैंटीन के कर्मचारी सफाई को अधिक प्राथमिकता दे रहे हैं।कैंटीन आने से कतरा रहे हैं लोग
कैंटीन कर्मचारियों का कहना है कि पूर्व में तीन सौ से पांच सौ प्लेट तक नाश्ता-भोजन वितरित किया जाता था। कोरोना के भय से लोग बाहर का नाश्ता व भोजन से पीछे हट रहे हैं। इस कारण 250 से 300 नाश्ता तथा भोजन ही वितरित किया जा रहा है। कुछ कैंटीनों में लोगों की कमी है, इसके चलते नाश्ता-भोजन बहुत कम बिक रहे हैं। न्यू इंग्लिश स्कूल, सोनिया गांधी नगर तथा एसएम कृष्णा नगर में रात्रि भोजन अभी शुरू नहीं किया है। बकाया कैंटीनों में रात्रि भोजन के लिए लोग नहीं आ रहे हैं। आगामी दिनों में वहां लोगों की आवाजाही को देखकर रात्रि भोजन शुरू किया जाएगा।इनका कहना है
कोरोना महामारी के चलते बंद पड़ीं जुड़वां शहर की सभी इंदिरा कैंटीनों को फिर से शुरू किया गया है। कुछ कैंटीनों में कोरोना के कारण भोजन-नाश्ता करने वालों की संख्या घटी है तो और तीन जगहों पर रात्रि भोजन शुरू नहीं किया है। रात्रि भोजन शुरू करने के बारे में विचार किया जा रहा है। माह के अंत तक लोगों की आवाजाही बढऩे की उम्मीद है।
–हेमल देसाई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, मयूर आदित्य रिसोर्ट (इंदिरा कैंटीन प्रबंधन)