बच्चों की प्रतिभा तराशें शिक्षक[typography_font:14pt;” >धारवाड़-हुब्बल्लीजिलाधिकारी दीपा चोळन ने कहा है कि बच्चों की प्रतिभा तराशने की जिम्मेदारी शिक्षकों तथा अभिभावकों की है। वे धारवाड़ में गुरुवार को जिला पंचायत एवं सार्वजनिक शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बासेल मिशन इंग्लिश मीडियम स्कूल में आयोजित जिला स्तरीय प्रतिभा कारंजी तथा कला उत्सव सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक प्रतियोगिताओं के उद्घाटन समारोह में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ विभिन्न कलाओं में भाग लेने से विद्यार्थियों में छिपी प्रतिभा बाहर आएगी। कला, ज्ञान तथा प्रतिभाओं को बाहर लाने का प्रयास शिक्षकों को करना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सार्वजनिक शिक्षा विभाग के उप निदेशक गजानन मन्निकेरी ने कहा कि उत्तम कला प्रतियोगिताओं का आयोजन कर विद्यार्थियों में छिपी प्रतिभा को प्रोत्साहित करना चाहिए। पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों को भी प्रमुखता देनी चाहिए। कार्यक्रम में धारवाड़ शहर क्षेत्र के शिक्षा अधिकारी ए.ए. काजी, बासेल मिशन इंग्लिश मीडियम स्कूल की प्राचार्य विल्सन जार्ज, धर्मदर्शी जी.एस. कुरी, शशिकला तुमकूरु, बशीर शेठ समेत जिले के विविध स्कूलों के विद्यार्थी तथा शिक्षकों ने भाग लिया था। जानपद नृत्य, दृश्य कला, मिमिक्री, नाटक, भाषण, रंगोली प्रतियोगिता, क्विज, चित्रकला आदि प्रतियोगिताओं में जिले के विविध शालाओं के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में शिक्षा अधिकारी सुरेश हुग्गी ने अतिथियों का स्वागत कर परिचित कराया। कीर्तिवती वी.एन. ने कार्यक्रम का संचालन किया। एन.के. साहुकार ने आभार व्यक्त किया।