विशेषज्ञों का कहना है कि हमारी रूचि को भी देखा जाना चाहिए कि हम किस क्षेत्र में अधिक सफल हो सकते हैं। इसके साथ ही करियर एवं अन्य बातें भी मायने रखती है। किसी विषय का चयन करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे छात्रों को यह तय करने में मदद मिलती है कि उन्हें किस कॉलेज में दाखिला लेना है तथा यह भी कि क्या उस विशेष संस्थान में वह विषय पढ़ाया जा रहा है। आपको क्या करना पसंद है। कक्षा के अंदर और बाहर, आपको जो चीजें करना पसंद है, उनकी सूची बनाएं। ऐसा विषय चुनें जिसमें आपकी रुचि हो और जिसके बारे में आप अधिक जानना चाहते हों। कॉलेज का प्रकार चुनना महत्वपूर्ण है और इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। सबसे बढ़कर छात्रों को यह याद रखना चाहिए कि आगे बढऩे के लिए कालेज चुनते समय उनकी प्राथमिकताएं स्पष्ट होनी चाहिए।
रूचि के अनुसार विषय चयन
विशेषज्ञों का कहना है कि छात्रों को यह पहचानना चाहिए कि वे किन क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। यह तय करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप क्या करना चाहते हैं, जब आप यह तय करते हैं कि आपको क्या करना है। साथ ही जिस क्षेत्र को आप चुनना चाहते हैं, उसके स्नातकों के करियर पर एक नजर डालें। जब छात्र शिक्षा में कोई विषय चुनते हैं, तो उन्हें अपने शिक्षण कौशल को आगे बढ़ाने का मौका मिलता है। जैसे सूचना प्रौद्योगिकी प्रमुख के रूप में छात्रों को ऐसे कंप्यूटिंग सिस्टम का अध्ययन करने का मौका मिलता है जो किसी व्यवसाय का समर्थन करते हैं। छात्र इसमें आगे चलकर अपने डेटा विश्लेषण, सुरक्षा और क्लाउड कंप्यूटिंग कौशल को आगे बढ़ाते हैं। कंप्यूटर विज्ञान प्रमुख प्रोग्रामिंग भाषाओं, सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे विषयों को कवर करता है। छात्रों को जटिल समस्याओं को हल करने और कंप्यूटर हार्डवेयर के वैचारिक मॉडल बनाने का मौका मिलता है। उन्हें तकनीकी क्षेत्र में एक मजबूत आधार मिलता है।
विज्ञान एवं वाणिज्य में अधिक प्रवेश
हुब्बल्ली के शिक्षाविद नवीन हबीब कहते हैं, दसवीं के बाद 11 वी में छात्र आजकल सबसे ज्यादा विज्ञान और वाणिज्य विभाग में प्रवेश लेना चाहते हैं। डिग्री कॉलेजों में आजकल बीसीए और बीकॉम डिग्री के प्रति छात्र ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं। विज्ञान विभाग में पीसीएम-बी, वाणिज्य विभाग में बिजनेस स्टडीज, लेखाशास्त्र के साथ ही अर्थव्यवस्था एवं राजनीति विज्ञान की ंमांग अधिक है।
Published on:
07 Jun 2024 06:38 pm