जानकारी के मुताबिक इस बार जिले के 19 सौ से ज्यादा किसानों ने गन्ने की फसल ली थी। वहीं कारखाने में अन्य जिले के किसानों को मिलाकर कुल 2 हजार 24 किसानों ने गन्ने बेचे हैं। इस बार बीते साल की तुलना मं गन्ने की पेराई और शक्कर का उत्पादन भी अधिक हुआ है। कारखाना प्रबन्धन से मिली जानकारी अनुसार इस बार कुल 92 हजार 3 सौ 94 मीट्रिक टन गन्ने की पेराई हुई है, जबकि बीते साल 78 हजार 3 सौ 98 मीट्रिक टन गन्ने की पेराई हुई थी। इस बार शक्कर का उत्पादन भी अब तक का सबसे ज्यादा हुआ है। इस बार रिकॉर्ड 83 हजार 200 क्विंटल शक्कर का उत्पादन किया गया है। बीते साल 68 हजार 90 क्विंटल ही उत्पादन हुआ था।
बता दें कि इस बार जिले के कुल 6 किसान ऐसे रहे जिनकी लगभग 10 एकड़ गन्ने की फसल में आग लग गई थी। आग लगने के बाद गन्ना खराब हो गया थ, पर किसानों की हित को देखते हुए इस गन्ने को भी खरीदा गया। ज्ञात रहे कि जिले के अनेक किसानों को अभी और उम्मीद थी कि हमारी बची फसल को कारखाना प्रबंधन और खरीदेगा, पर इतनी जल्दी खरीदी बंद कर दी जाएगी ये नहीं सोचे थे।
इस मामले में जीएम पीताम्बर ठाकुर ने कहा इस बार गन्ने की पेराई व शक्कर का उत्पादन अच्छा हुआ है, अब तक की स्थिति में जो एक उपलब्धि है। इस तरह की पेराई और शक्कर का उत्पादन आने वाले समय में और बेहतर होगा।