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रायगढ़

आम किसान की तरह धान बेचने पहुंचे विधायक चक्रधर सिंह सिदार, फिर अन्य किसानों से चला चर्चा का दौर, पढि़ए पूरी खबर…

कहा- अपने उपज की निर्धारित धान फसल को बेचने के पश्चात बचे हुए फसल का पूर्ण अधिकार कृषक का स्यवं है और हमें उस कृषक को परेशान करने का कोई अधिकार नही

रायगढ़Jan 19, 2019 / 05:06 pm

Shiv Singh

आम किसान की तरह धान बेचने पहुंचे विधायक चक्रधर सिंह सिदार, फिर अन्य किसानों से चला चर्चा का दौर, पढि़ए पूरी खबर...

आम किसान की तरह धान बेचने पहुंचे विधायक चक्रधर सिंह सिदार, फिर अन्य किसानों से चला चर्चा का दौर, पढि़ए पूरी खबर…

रायगढ़. नवनियुक्त विधायक चक्रधर सिंह सिदार ने अपने कृषि भूमि में कमाए हुए धान को धान खरीदी केंद्र लिबरा में एक आम किसान की तरह बेचने पहुंचे। वहां उपस्थित अन्य किसानों से उन्होंने उनकी कर्ज माफी और धान कीमत के बारे में विस्तृत चर्चा की। विधायक चक्रधर सिंह सिदार की लैलूँगा विकास खण्ड के अंतर्गत मुगडेगा, लिबरा और झगरपुर धान खरीदी में पंजीयन है यहां इनकी पुस्तैनी कृषि भूमि है।
विधायक का परिवार पुरखों से ही कृषक रहा है। विकासखण्ड के बड़े-बड़े कृषको में इनका नाम आरम्भ से ही शामिल है। किसानों को होने वाले दिक्कतों का भी इनको भरपूर ज्ञान है। कृषकों की समस्याओं को सुनकर अभी हाल में ही कलेक्टर से मिल कर जिले के किसी भी किसान को व्यर्थ परेशान ना करने का निवेदन भी विधायक ने किया था।
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किसानों की समस्या है कि कुछ अधिकारी-कर्मचारी किसानों के घर मे जा कर उनके धान के कोठों की जांच कर रहे थे। इससे छुब्ध कुछ किसानों ने विधायक से मिलकर अपनी बात रखी तो विधायक ने किसानों की इस बात को जिले में पदस्थ कलेक्टर के समक्ष रखा और निवेदन किया कि अन्य राज्य से आने वाले अवैध धान और उनके बिचौलियों के ऊपर निश्चित ही कार्यवाही होनी चाहिए पर जो कृषि करता है और जिसका पंजीयन स्वयं अधिकारी कर्मचारी कर चुके है उनकी सारी जानकारी सम्बंधित विभाग को है और हर किसान का उपज कम या ज्यादा हो सकता है।
अपने उपज की निर्धारित धान फसल को बेचने के पश्चात बचे हुए फसल का पूर्ण अधिकार कृषक का स्यवं है और हमें उस कृषक को परेशान करने का कोई अधिकार नही है। विधायक की बात सुनकर इसे गम्भीरता पूर्वक लेते हुए तत्काल जिले के कलेक्टर ने अपने अधिकारी कर्मचारियों को इस बात के सख्त निर्देश दिये हैं कि किसी भी सूरत में इस तरह से किसानों को परेशान नही करें।
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