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दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के विरुद्ध दिया आवेदन 40 से 50 हजार रुपए वसूल रहा था किरायाटीआई तहजीब काजी, एसआई प्रियंका शर्मा अपनी टीम के साथ गुरुवार सुबह राधिकाकुंज कॉलोनी पहुंचे। आरोपी मुख्तियार ने जिन प्लाटों पर कब्जा किया है उसके वेरिफिकेशन के दौरान कुछ लोगों दुकान व गोदाम से सामान ले जाते हुए दिखे। जब लोगों से बात की गई तो पता चला कि यह दुकान व गोदाम भी मुख्तियार के हैं, उसने लोगों से किरायानामा कर रखा था, किसी से 40 हजार तो किसी से 50 हजार रुपए किराया वसूल रहा था। तीन प्लाटों पर निर्माण कर वह बेच चुका है, उनकी फर्जी तरीके से रजिस्ट्री भी करवा दी। पुलिस ने इन लोगों से मुख्तियार के साथ किया किरायानामा भी जब्त किया है। इसके पहले पुलिस ने 18-20 कब्जे चिह्नित किए थे। अब उसके 11 कब्जे और सामने आ गए हैं। इन कब्जों में साथी नज्जू चौधरी, इमरान आदि की भी भूमिका है। सभी की लिस्टिंग कर निर्माण तुड़वाने की तैयारी की जा रही है।
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बिजली और शिक्षा व्यवस्था नहीं सुधरी तो जनहित में आंदोलन करेगी भाजपा गैरेज संचालक पड़ोसी बन गया प्रॉपटी कारोबार में सहयोगी पुलिस ने छानबीन करते हुए मुख्तियार के दो साथी फारूख शेख पिता स्व. चांद शेख निवासी संजोगपुरी कॉलोनी व यासीन को मदीना नगर से गिरफ्तार किया। आरोपी फारुख यहां अपने ससुराल में छिपा हुआ था। फारुख गैरेज संचालित करता है और मुख्तियार का पड़ोसी है। मुख्तियार के साथ मिलकर उसने बाद में प्रापर्टी का काम भी शुरू कर दिया था। इसके अलावा मुख्तियार के साथ प्लाटों के कब्जे में शामिल नासिर को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
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जनरल कोच में सीट की मारामारी से मिलेगा छुटकारा, रेलवे ने कर दी ये शानदार व्यवस्था प्रशासनिक अफसरों ने भी दिया मुख्तियार का साथ प्रशासनिक अफसरों के बीच भी मुख्तियार के दखल की बात सामने आई है। एडवोकेट प्रमोद द्विवेदी के मुताबिक, राजीव नाहर व सुनील जैन ने राधिकाकुंज कॉलोनी में प्लाट खरीदे थे। प्लाट की रजिस्ट्री भी थी, लेकिन बाद में मुख्तियार से जुड़े मुस्तकीम व अन्य लोगों ने कब्जा कर लिया। इन लोगों के पास नोटरी थी जिसके कराण वे प्लाट को अपना बता रहे थे। विजयनगर पुलिस ने धारा 145 के तहत मामला प्रशासन को भेज दिया था। रजिस्ट्री पेश करने के बाद भी अफसर ने यथास्थिति के आदेश दे दिए। इसके खिलाफ कोर्ट की शरण ली गई जहां से एसडीएम के आदेश को निरस्त किया गया।