बता दें कि, ये दर्दनाक हादसा देपालपुर के पेमलपुर के पास हुआ है, जहां धार के नामनखेड़ी सिरजोदा निवासी उज्जैन स्थित बाबा महाकाल के दर्शन और शिप्रा नदी में स्नान करने जा रहे थे। इसी दौरान श्रद्धालुओं से भरी कार पेमलपुर के पास हादसे का शिकार हो गई। बताया जा रहा है कि अचानक स्पीडब्रेकर आ जाने की वजह से ड्राइवर ने ब्रेक लगाया और इसी बीच सामने से आ रही कार ने टक्कर मार दी, जैसे-तैसे चालक ने गाड़ी कंट्रोल की, लेकिन सड़क के किनारे नील गायों के झुंड से कार टकरा गई, जिसके बाद वो नजदीक की एक खाई में जा गिरी।
खाई में गिरी कार
टकराने के बाद कार तीन-चार बार पलटी खाते हुए सड़क किनारे स्थित एक काई में जा गिरी। हादसे के समय कार में 8 लोग सवार थे। इस हादसे में मौके पर ही दो महिला और एक पुरुष की मौत हो गई। वहीं दो महिलाएं और दो पुरुष गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जबकि एक और घायल को मामूली चोटें आई हैं। हालांकि, हादसे में ड्राइवर सुरक्षित बच गया। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने 108 एंबुलेंस को सूचना दी और घायलों को देपालपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।
मौके पर नहीं मिली एंबुलेंस
छुट्टी का दिन होने के चलते अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई. मौके पर मौजूद ड्यूटी डॉक्टर व स्टाफ नर्स, सफाईकर्मियों ने इलाज में मदद की। यहां प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को इंदौर रेफर कर दिया गया है। वहीं नगर में एम्बुलेंस नहीं होने से निजी अस्पताल से एम्बुलेंस बुलवाई गई। वहीं ड्रायवर नहीं होने से सरकारी अस्पताल का कर्मचारी घायलों को लेकर इंदौर पहुंचा। इधर, देपालपुर में खड़ी खराब एम्बुलेंस और 108 नहीं मिलने के चलते बेटमा से आई 108 एम्बुलेंस से घायलों को इंदौर ले गए, जहां करीब एक घंटे तक गंभीर घायल तड़फते रहे।