1997 से नायब तहसीलदार से सरकारी नौकरी की शुरुआत करने वाले अमरचिया पदोन्नत होकर तहसीलदार बन गए थे। 2010 में उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत के बाद लोकायुक्त पुलिस ने छापेमारी की थी। इसमें लाखों रुपए की संपत्ति का खुलासा हुआ था। जांच और कोर्ट में पेश सबूतों के बाद विशेष अपर सत्र न्यायाधीश
must read : घेर कर कढ़ाव में पांच डुबकी लगवाने के बाद डालते थे रंग, इसी से नाम मिला गेर समरेशसिंह ने प्रहलाद की 33 लाख 66 हजार 391 रुपए की चल-अचल संपत्ति राजसात करने के आदेश दिए हैं। इसमें उज्जैन स्थित एक जमीन, एक स्कॉर्पियो कार, मोटरसाइकिल, घर से जब्त नकद और सोने-चांदी के जेवर सहित बैंकों में जमा पैसा शामिल है।
must read : एक हजार गणेश पंडालों से आग्रह, माटी की मूर्ति बनाकर बचाएं पानी और प्रकृति एडवोकेट एमके चतुर्वेदी के मुताबिक, अमरचिया ने खुद के अलावा पत्नी, बेटे-बेटी के नाम से भी कई संपत्ति खरीदी थीं। शिकायत के बाद 11 जनवरी 2010 को लोकायुक्त पुलिस ने उनके ठिकानों पर छापे मारे थे।