must read : गर्लफ्रेंड को वीडियो कॉल कर गले पर लगाई बंदूक और चला दी गोली, चीखती रह गई युवती सरस्वती और कान्ह नदी के जीर्णोद्धार के साथ ही इनका उपयोग शहर के पर्यावरण सुधार में भी किया जाएगा। सरस्वती और फतनखेड़ी नदी के 6 किलोमीटर के हिस्सों पर 13 हजार पौधे लगाए जाएंगे। एनजीटी के निर्देश पर नगर निगम ने नदी की सफाई का काम किया था। इस दौरान नदी के दोनों तटों पर ट्रैक बनाया गया। नदी के किनारों से ट्रैक की ओर के हिस्से के बीच में एक-एक पौधा लगाया जाएगा।
must read : फिल्म दिखाकर जिस किशोरी से हुई थी दरिंदगी, पुलिस उसे बनाएगी सक्षम बड़े पेड़ लगाए जाएंगे बड़, पीपल, नीम, जामुन इमली जैसे घने और बड़े पेड़ लगाए जाएंगे, जो हवा में ऑक्सीजन बनाए रखेंगे। इससे शहर में हवा भी शुद्ध होगी। सघन वृक्ष बनने वाले ये पौधे निगम वन विभाग से लेगा। वन विभाग ने पहले चरण में 13 हजार पौधे की हामी भर दी है।
स्मार्ट सिटी के हिस्से में भी पौधरोपण नदी तट के स्मार्ट सिटी क्षेत्र में आ रहे हिस्सों में भी निगम पौधरोपण करेगा। इन हिस्सों में नदी किनारे निगम ने ट्रैक बनाए हैं। नदी के किनारों पर खूबसूरती बढ़ाने के लिए ट्रैक पर पौधे लगाए जाएंगे।
2.40 लाख पौधे लगाने की क्षमता शहर में निकलने वाली 10 प्रमुख नदियां लगभग 160 किलोमीटर क्षेत्र में बहती हैं। इनके दोनों ओर के किनारे लगभग 120 किलोमीटर का हिस्सा बनते हैं। निगम ने जो तैयारी की है, उसमें एक किलोमीटर में 1500 पौधे लगाए जाना हैं। नदियों के कुल हिस्सों में पौधे लगाने पर पूरे शहर के मध्य में निगम 2.40 लाख पौधे लगा सकता है, जो शहर की आबोहवा को साफ करने में काफी सहयोगी होंगे।
एनजीटी के निर्देश पर नदी सफाई के साथ पौधरोपण भी करना है। हम नदी किनारे पौधे लगा रहे हैं। जनता के सहयोग से इनका संरक्षण भी करेंगे। इससे शहर का पर्यावरण भी सुधरेगा।-रजनीश कसेरा, अपर आयुक्त, नगर निगम
एनजीटी में नदी बचाने के साथ ही प्राकृतिक अवस्था में लाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। एनजीटी ने नदी के 30 मीटर के हिस्सों में पौधरोपण के आदेश दिए हैं। नदी सफाई के साथ यहां पौधरोपण के लिए हमने जगह भी निकाली है।
-किशोर कोडवानी, सामाजिक कार्यकर्ता
-किशोर कोडवानी, सामाजिक कार्यकर्ता