विशेषज्ञों का कहना है, यह डेल्टा से कम खतरनाक है लेकिन हकीकत यह है कि कोरोना के सभी वैरिएंट घातक रहे हैं। वर्तमान में डेल्टा के साथ ओमिक्रॉन भी तेजी से फैल रहा है। इसका वायरोलेंस भी पूर्व के वेरिएंट से ज्यादा है, इसलिए प्रशासन सतर्कता और तैयारी के साथ रहे। आयुक्त स्वास्थ्य आकाश त्रिपाठी द्वरा जारी गाइड लाइन में कोरोना मरीज के इलाज, होम आइसोलेशन और अस्पताल में उपचार व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखने के लिए कहा गया है। परिपत्र में कहा गया है, टेस्ट-ट्रैक- ट्रीट के साथ ही वैक्सीनेशन और कोरोना प्रोटोकॉल के पालन करवाने पर भी जोर दिया जाए।
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इंदौर की स्थित
फिलहाल इंदौर में सभी बाजार खुले हैं। निजी व सरकारी कार्यालयों, फैक्ट्रियों और सार्वजनिक स्थानों पर पूरी क्षमता से काम हो रहा है। शादियों, सार्वजनिक आयोजनों और धर्म स्थलों में लोग जा रहे हैं। वही वेक्सीन का पहला डोज 100 प्रतिशत लग चुका है, दूसरा डोज 85 प्रतिशत लोगों को लग चुका है। 5 सरकारी और 110 नर्सिंग होम अलर्ट मोड पर कर दिए गए हैं।
सतर्कता के निर्देश
भीड़भाड वाले क्षेत्रों में नियंत्रण, मास्क पहनने के लिए सख्ती हो। प्रारंभिक जांच में लक्षण नजर आते ही आरटीपीसीआर और आएटी जांच के लिए सेंपल लेने के निर्देश। वही कंटेनमेंट जोन से बचाव करेने के निर्देश। पॉजिटिव प्रकरणों के हाई रिस्क व अधिक से अधिक कांटेक्ट की ट्रैसिंग और ट्रैंकिंग करेने के निर्देश दिए हैं।
अस्पताल को तैयार रहने के निर्देश
सभी अस्पताल को अलर्ट कर सुविधाएं जुटाने के निर्देश दिए हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर की पर्याप्त व्यवस्था, प्लांट की ट्रायल करने के लिए कहा गया है। अस्पतालों की श्रेणी बना कर तैयारी की जा रही है। कोविड केयर सेंटर भी तैयार रखने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही बच्चों के इलाज के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। डॉक्टर्स, नसिंग ऑफिसर्स आदि को ऑनलाइन प्रशिक्षित की तैयारी की जा रही है।
पॉजिटिव का प्रबंधन
एसिम्प्टमैटिक व सिम्प्टमैटिक संक्रमितों को अस्पताल में निर्धारित आइसोलेशन वार्ड या कोविड हाइ डिस्पेसिंग वार्ड में भर्ती करें। भारत सरकार द्वारा तय देशों से आने वाले लोगों को विमानतल पर निगेटिव पाए जाने के बाद सात दिन क्वांरटीन किया जाए। ऐसे यात्रियों की जिनोम सेंपलिंग करवाई जाए।