जीआरपी के मुताबिक, फरियादी कृष्णमोहन निवासी त्रिलोकपुरी, दिल्ली १२ नवंबर को छोटे भाई दीपक की बारात दिल्ली से इंदौर लेकर आए थे। उन्होंने बताया, रात १० बजे नई दिल्ली स्टेशन से बारात में करीब ६२ लोग शामिल हुए। सफर के एक घंटे बाद कोच एस-९ में बैठे सभी बारातियों के टिकट चेक करने के लिए टीटी पहुंचे थे। सभी के टिकट एक बैग में रखे थे। जब वे टिकट लेने पहुंचे तो बैग गायब मिला। यह बात टीटी को बताई थी तो त्वरित एफआईआर करवाने की बात कही। रात में भरतपुर स्टेशन क्रॉस होते ही बदली में आए टीटी ने बारातियों के टिकट दिखाने की बात कही। कृष्णमोहन के पास चोरी गए टिकट की तस्वीर मोबाइल में सेव थी। उनका आरोप है, तस्वीरें दिखाने के बाद भी टीटी राजी नहीं हुए। उन्होंने टिकट सहित बैग चोरी हो जाने की बात फिर टीटी को बताई। आरोप है, १३ नवंबर की सुबह जब ट्रेन देवास पहुंची तो टीटी बारातियों से चालान भरने अथवा वहीं उतारकर कार्रवाई करने की बात कहने लगे। शादी समारोह में कोई खलल न हो, इसलिए दूल्हे के भाई ने मजबूरन चालान भरने की बात बताई।
प्रकरण दर्ज करवाया
विवाह संपन्न होने के बाद मंगलवार को बाराती इंदौर जीआरपी थाने पहुंचे। उन्होंने टीटी द्वारा टिकट होने के बावजूद चालान काटने की बात भी कही। पूरी घटना सुनने के बाद पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ जीरो में प्रकरण दर्ज किया है। परेशान बाराती इस मुद्दे को उपभोक्ता फोरम लेकर जाएंगे और कार्रवाई के नाम पर रेलवे द्वारा लिए गए रुपए लौटाने की मांग करेंगे।
विवाह संपन्न होने के बाद मंगलवार को बाराती इंदौर जीआरपी थाने पहुंचे। उन्होंने टीटी द्वारा टिकट होने के बावजूद चालान काटने की बात भी कही। पूरी घटना सुनने के बाद पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ जीरो में प्रकरण दर्ज किया है। परेशान बाराती इस मुद्दे को उपभोक्ता फोरम लेकर जाएंगे और कार्रवाई के नाम पर रेलवे द्वारा लिए गए रुपए लौटाने की मांग करेंगे।