जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि से भाजपा ने नए सदस्यता अभियान की शुरुआत की। विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा की योजना है कि १८ साल से अधिक उम्र के नौजवानों को नए सदस्य बनाया जाए। इसके पीछे की सोच है कि एक बार युवा पार्टी से सदस्य बन गया तो वह वोट बैंक में तब्दील हो जाएगा।
इस बार पार्टी ने मिस कॉल के साथ ऑनलाइन फॉर्म जमा करने की व्यवस्था भी की है। जिसमें नाम, पता, मोबाइल नंबर और फोटो सहित कई जानकारी डाली जा रही है। ये फॉर्मेट अब पार्टी के नेताओं के गले की हड्डी बन गया है। रविवार को मौसम खुलने के साथ पार्टी पदाधिकारी व पार्षदों ने व्यापक तौर पर अभियान चलाने की योजना बनाई और निकले।
कुछ ही देर में उनकी हालत पतली हो गई। एक सदस्य बनाने के लिए १५ से २५ मिनट लग रहे थे। मिस कॉल के बाद में ऑनलाइन फॉर्म भराया जाना है जिसके लिए एक ओटीपी नंबर आता है। दर्ज करने के बाद फॉर्म खुलता है। सारी औपचारिकता पूरी करने की प्रक्रिया काफी धीमी है।
फॉर्म जमा करने के समय कई बार साइट बंद हो रही थी। ऐसे में दोबारा पूरी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता है। ऐसे में १५ से २५ मिनट के बीच में एक फॉर्म भरने में लग रहे हैं। ऐसी स्थिति में सदस्यता दिलाने के लिए जिन्हें रोक कर रखा जाता है वे काम बताकर गायब हो जाते हैं। दो घंटे अभियान चलाने के बाद में कुछ नेता छह सदस्य ही बना पाए।
प्रक्रिया सुलभ करने की मांग
सदस्य बनाने के लिए दिनभर मशक्कत करने वाले कुछ नेताओं ने संगठन के जवाबदारों से बात की। सारी स्थिति बताई। सुनने के बाद में जवाब था कि दिल्ली से ये फॉर्मेट है नीचे के स्तर पर कुछ नहीं होगा। इस पर नेताओं का आग्रह था कि वे ये जानकारी दिल्ली तक पहुंचाएं ताकि ऑनलाइन प्रक्रिया में सुधार किया जा सके।