ये बात कवि व भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन ने छीपा बाखल स्थित शारदा कन्या विद्यालय क्रमांक दो के बाहर कही। वे पत्नी, बेटी, दो बेटे व बहू के साथ में मतदान करने पहुंचे थे। उस दौरान विधायक सुदर्शन गुप्ता के समर्थक देवेंद्र इनानी साथियों के साथ खड़े थे। देखकर सभी ने पैर पड़े तो गुरु ने जय परशुराम का नारा लगाया।
इनानी को बोलते हुए कहा कि तू इतने समय से जुड़ा हुआ है, क्या दे दिया तुझे? इस पर इनानी का कहना था कि गुरुजी जैसे आप किसी से कुछ नहीं मांगते, वैसी ही मेरी भी आदत है। मैं संगठन से जुड़ा हुआ हूं। इस पर सत्तन ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कल के पैदा हुए ये लोग संगठन को जीवन देने वालों को भुलाते जा रहे हैं।
अटल-आडवानी को भी ये लोग भूल गए, जिन्होंने पार्टी को सींचा था। जहां देखो दोनों दाढ़ी वालों के फोटो नजर आते हैं। बातों ही बातों में सत्तन बोल पड़े, सुन लो रे प्यारों… सुमित्रा (ताई) नौवीं बार चुनाव लड़ेगी तो उसके सामने मैं खड़ा होऊंगा। ये सुनकर सब चौंक गए। कुछ लोगों ने सत्तन को लगे हाथ बधाई भी दे दी।
एक नंबर से उड़ जाएगी टोपी
जब सत्तन बूथ पर बैठे थे, तब कांग्रेस के पूर्व पार्षद प्रेम खड़ायता भी पहुंच गए। चर्चा के दौरान उन्हें जब मालूम पड़ा कि ताई के सामने सत्तन चुनाव लड़ेंगे तब खड़ायता ने तुरंत हार-फूल बुलवाए और स्वागत कर दिया। हालांकि बातों ही बातों में सत्तन ये जरूर बोले कि एक नंबर में टोपी भले ही उड़ जाए, लेकिन प्रदेश में सरकार भाजपा की ही बनेगी।